Mumbai : भारतीय शेयर बाजार में आज मंगलवार, 21 जनवरी को भूचाल सा आ गया. कारोबार शुरू होते ही भारी बिकवाली देखी गयी. बीएसई सेंसेक्स 848 अंकों से अधिक गिर कर 76,224.79 अंक के इंट्रा डे लो पर आ गया. निफ्टी भी कारोबार के दौरान लगभग 200 अंक तक फिसल गया और 23,146 पर ट्रेड करने लगा. दोनों बेंचमार्क सूचकांकों बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में लगभग 1-1 फीसदी की गिरावट आयी. इसकी वजह यह रही कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दूसरे टर्म में पद संभालने के तुरंत बाद उन्होंने पड़ोसी देशों पर ट्रेड शुल्क की योजना का खुलासा किया.इससे निवेशक अलर्ट हो गये.
मार्केट कैप 432 लाख करोड़ से घटकर लगभग 427 लाख करोड़ रह गया
एक आकलन के अनुसार भारतीय शेयर बाजार में भारी बिकवाली की वजह से निवेशकों के लगभग 5 लाख करोड़ रुपये डूब गये. क्योंकि बीएसई-लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप पिछले सेशन में 432 लाख करोड़ रुपये से घटकर लगभग 427 लाख करोड़ रुपये रह गया. बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में आज कारोबार में 2-2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गयी
डोनाल्ड ट्रंप ने दी है महंगे टैरिफ की चेतावनी
अमेरिका की सत्ता पर डोनाल्ड ट्रंप की सरकार का कब्जा हो चुका है. अपनी वापसी के साथ ही उन्होंने कनाडा और मैक्सिको पर 1 फरवरी से पहले 25 फीसदी टैरिफ लगाने की योजना का खुलासा किया. साथ ही ट्रंप ने चीन समेत ब्रिक्स देशों पर महंगे टैरिफ लगाने की धमकी दी. यूरोपीय देशों को भी इसी तरह का संकेत भेजा गया. इसका असर शेयर बाजार पर साफ देखा गय़ा
विदेशी निवेशक लगातार निकाल रहे अपने पैसे
अमेरिकी डॉलर में मजबूती और बॉन्ड यील्ड बढ़ने के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) द्वारा लगातार बिकवाली देखी जा रही है. हाल के महीनों में भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के पीछे यह बहुत बड़ा कारण रहा है. बता दें कि 2 जनवरी को छोड़कर एफपीआई हर दिन भारतीय इक्विटी बेचते रहे हैं. 20 जनवरी तक वे लगभग 51,000 करोड़ रुपये की बिक्री कर चुके हैं.