Hindi Journalism Day: हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर शुक्रवार को जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय में एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को हिंदी पत्रकारिता के महत्व से परिचित कराना और उन्हें पत्रकारिता के विविध पक्षों पर जानकारी देना था। कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अनिता सिन्हा के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने हिंदी पत्रकारिता के ऐतिहासिक विकास और वर्तमान चुनौतियों पर प्रकाश डाला।
इस संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार और लेखिका डॉ. कविता मिश्रा ने हिस्सा लिया। उन्होंने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि “हिंदी पत्रकारिता न केवल भारत की आत्मा है, बल्कि यह जनसंवाद का सबसे सशक्त माध्यम भी है।” उन्होंने सोशल मीडिया के युग में पत्रकारिता के बदलते स्वरूप और हिंदी भाषा की प्रासंगिकता पर विस्तार से चर्चा की।कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की पत्रकारिता विभाग की छात्राओं ने पोस्टर प्रेजेंटेशन, भाषण और निबंध प्रतियोगिता में भाग लिया।
इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से छात्राओं ने हिंदी पत्रकारिता के सामाजिक दायित्व, फेक न्यूज के खिलाफ लड़ाई, और महिला पत्रकारों की भूमिका जैसे विषयों पर अपनी राय रखी। कार्यक्रम के अंत में विजेताओं को सम्मानित किया गया और प्रतिभागी छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
डॉ. अनीता सिन्हा ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी विद्यार्थियों और आयोजन समिति का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “ऐसे आयोजन छात्राओं को न केवल पत्रकारिता के पेशे में मार्गदर्शन प्रदान करते हैं, बल्कि समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारियों को भी स्पष्ट करते हैं।”इस कार्यक्रम से यह स्पष्ट हुआ कि आने वाली पीढ़ी हिंदी पत्रकारिता के प्रति सजग और उत्साहित है। छात्राओं की सक्रिय भागीदारी और विचारशील प्रस्तुति इस बात का प्रमाण है कि हिंदी पत्रकारिता का भविष्य उज्ज्वल है।