Construction Corruption: झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के खरसावां प्रखंड अंतर्गत टेंगो गांव में ग्रामीणों ने सड़क निर्माण कार्य में भारी अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से शिकायत कर आरोप लगाया कि गांव की सड़कों के नाम पर करोड़ों की राशि स्वीकृत की गई, लेकिन जमीनी स्तर पर काम अधूरा और घटिया गुणवत्ता वाला है।
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण के लिए बजट आवंटन होने के बावजूद कार्यस्थल पर न तो किसी प्रकार की गुणवत्तापूर्ण सामग्री का उपयोग हुआ और न ही नियमानुसार लेयरिंग और रोलिंग की गई। गांव में बनी सड़क कुछ ही महीनों में उखड़ने लगी है और जगह-जगह गड्ढे बन चुके हैं। इससे ग्रामीणों को आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से जवाबदेही की मांग की है। उनका आरोप है कि योजना की स्वीकृति तो हुई, लेकिन निर्माण कार्य में जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत से सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है। ग्रामीणों ने जिला उपायुक्त (DC) से जांच की मांग की है और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
सड़क निर्माण योजना ग्रामीण विकास विभाग के तहत लाई गई थी, जिसका उद्देश्य दूर-दराज के गांवों को मुख्य सड़कों से जोड़ना था। लेकिन अगर इसी तरह भ्रष्टाचार होता रहा, तो न तो ग्रामीणों को सुविधाएं मिल पाएंगी और न ही सरकारी योजनाओं पर लोगों का भरोसा कायम रहेगा।इस मामले में अब प्रशासन की कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हैं। यदि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, तो ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। पंचायत प्रतिनिधियों का भी कहना है कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच होनी चाहिए और दोषी अधिकारियों को सस्पेंड किया जाए।यह मामला न केवल एक गांव की सड़क का है, बल्कि पूरे सिस्टम की जवाबदेही और पारदर्शिता से जुड़ा है।