Ranchi: जिले मांडर,चान्हो व रातू में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से सात लोगों की मौत हो गयी जबकि इस हादसे में आधा दर्जन लोग झुलस गए, जिनको इलाज के लिए मांडर रेफरल अस्पताल ले जाया गया है. इनमें से दो को गंभीर हालत में रांची के रिम्स रेफर कर दिया गया है. बाकी घायलों का उपचार मांडर में ही चल रहा है. मांडर थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांव में मंगलवार दोपहर आकाशीय बिजली की घटना में करीब आठ लोग झुलस गये. इन सभी को मांडर स्थित रेफरल अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने बसकी गांव निवासी नीरज उरांव (36 ), कैम्बो गांव निवासी संजय एक्का ( 22 ) और रातू तिलता के रहने वाले राजेश उरांव (20 ) को मृत घोषित कर दिया. चान्हो के लुंडरी निवासी तीस वर्षीय देवकी उरांव की भी वज्रपात से मौत हो गई.
वहीं चान्हो प्रखंड के ही कंजगी निवासी चालीस वर्षीय सकलू उरांव खेत में मेढ़ बनाने के क्रम में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से झुलसकर घायल हो गए. इलाज के लिए अस्पताल ले जाने के क्रम में मौत हो गई. रातू प्रखंड के थाना क्षेत्र के बिजुलिया में खेत में मंगलवार की शाम करीब 4 बजे खेत में धनरोपनी कर रही मदन बैठा की पत्नी 45 वर्षीया पुष्पा देवी गंभीर रूप से घायल हो गयी. आनन-फानन में उसे वरदान हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. जबकि कैम्बो के अभिनाश लोहरा ( 16 ), लक्षण उरांव ( 22 ), धनिया उराईन ( 45 ) और रोशनी तिग्गा गंभीर रूप से झुलसे हैं. दूसरी ओर मुड़मा मसमनो गांव में भी आकाशीय बिजली गिरने से किशुन गोप (50 ) नामक व्यक्ति घायल हो गया.मांडर रेफरल अस्पताल प्रभारी चिकित्सक डॉ. किशोर कुल्लू ने बताया कि वज्रपात की चपेट में आकर झुलसे हुए 8 लोगों को यहां लाया गया, जिनमें जांच के बाद पांच को मृत घोषित किया गया. बाकी घायलों में दो लोगों को रांची रिम्स रेफर कर दिया गया है.
इसके अलावा शेष तीन मरीजों का मांडर रेफरल अस्पताल में ही इलाज किया जा रहा है. फिलहाल इन तीनों की हालत स्थिर है. मांडर इंस्पेक्टर जय प्रकाश राणा ने बताया कि घायलों का इलाज चल रहा है. तीनों किसान खेत में काम करते समय आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए थे. मंगलवार लगभग शाम चार बजे सभी लोग खेत में रोपा रोपने गए थे. इसी बीच जोरदार बारिश के साथ आकाशीय बिजली की घटना हुई. बताया जाता है कि रातू तिलता निवासी राजेश उरांव का ससुराल कैम्बो गांव के बिरसा उरांव में घर है. वह तिलता से रोपा रोपने के लिए अपने ससुराल आया था लेकिन उनकी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई. इस घटना के बाद कैम्बो और बसकी गांव में मातम छाया है.