2024 में झारखंड विधानसभा चुनाव दो या तीन चरणों में कराए जाने की योजना है। भारत निर्वाचन आयोग का 6 सदस्यीय दल 10 जुलाई से रांची के दो दिवसीय दौरे पर आ रहा है। दल का नेतृत्व आयोग के सीनियर डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर नीतेश व्यास और धर्मेंद्र शर्मा करेंगे। इसमें चुनाव पर चर्चा होगी। 2014 और 2019 में पांच चरणों में विधानसभा चुनाव कराए गए थे। इस बार यह क्रम टूट सकता है। राज्य निर्वाचन कार्यालय दो या तीन चरणों में चुनाव कराने का सुझाव भारत निर्वाचन आयोग को दे सकता है। आयोग का दल पहुंचने के बाद 10 जुलाई की शाम मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार और राज्य निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों के साथ बैठक होगी। अगले दिन जिला निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ बैठक आयोग के सदस्य चर्चा करेंगे। दोनों दिन पतरातू में बैठक कर चुनाव की तैयारियों की समीक्षा होगी। आयोग के अधिकारी यह जानना चाहेंगे कि लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियां कैसी हैं? यहां कितने चरणों में चुनाव कराए जाएं? आयोग के अधिकारी राज्य के सीईओ से सुझाव मांगेंगे। इधर, राज्य में चल रही तैयारियों से स्पष्ट है कि अधिकतर अधिकारी दो या तीन चरणों में ही चुनाव कराने पर सहमत हैं। जिस तरह से लोकसभा चुनाव शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न हुआ, उससे चुनाव अधिकारियों का हौसला बढ़ा है।
2014 में 25 नवंबर और 2019 में छह नवंबर से शुरू हुआ था चुनाव
2014 में 25 नवंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरणों में विधानसभा चुनाव हुआ था। 2019 में 6 नवंबर से 26 नवंबर तक पांच चरणों में चुनाव कराए गए थे। झारखंड विधानसभा की अवधि 5 जनवरी 2024 को समाप्त हो रही है। पर, तैयारियों के लिहाज से इस बार राज्य विधानसभा का चुनाव हरियाणा और महाराष्ट्र के साथ कराया जाना माना जा रहा है। अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में चुनाव हो सकता है। 10 सितंबर के बाद कभी भी विधानसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है।