गिरिडीह जिला अंतर्गत धनवार प्रखंड के पुर्रेख कला निवासी सुजीत वर्मा, जो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कोल्हान के पूर्व विभाग संगठन मंत्री एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रह चुके हैं, ने UGC NET (जून 2024) परीक्षा में 97 प्रसेंटाइल अंक हासिल कर एक नई मिसाल कायम की है। सुजीत वर्मा ने अपनी इस बड़ी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों और परिवारजनों को दिया। साथ ही उन्होंने सभी साथियों का भी धन्यवाद किया जिन्होंने उनके इस यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सफलता का श्रेय कड़ी मेहनत और अनुशासन को
सुजीत वर्मा ने इस उपलब्धि पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। लगातार कड़ी मेहनत और अनुशासन ही सफलता की कुंजी है। मैंने पिछले दो वर्षों से निरंतर कठोर परिश्रम किया और उसी का फल आज मुझे मिला है।” उन्होंने यह भी बताया कि उनकी इस सफलता में उनके गुरुजनों और परिवार के साथ-साथ अभाविप से सीखें कठोर अनुशासन और समर्पण का भी बड़ा योगदान रहा है।
उन्होंने कहा कि उनकी इस उपलब्धि के पीछे बहुत कठिनाई और संघर्ष की कहानी है, लेकिन उन्होंने हर चुनौती का डटकर सामना किया और निरंतर अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहे। सुजीत का यह मानना है कि यदि कोई व्यक्ति अपने सपनों को पूरा करना चाहता है तो उसे कठोर परिश्रम और अनुशासन का पालन करना चाहिए।
पूरे झारखण्ड प्रदेश से 500 से अधिक लोगों ने दी बधाई।
परीक्षा परिणाम के प्रकाशित होने के बाद सुजीत वर्मा को करीब 500 से अधिक बधाई संदेश मिले। उन्हें फोन कॉल, व्हाट्सएप और सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों ने बधाई दी और उनकी सफलता की सराहना की। बधाई देने वालों में शिक्षा जगत के प्रतिष्ठित नाम और उनके साथी शामिल थे। जिनमें प्रमुख रूप से ABVP के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क शुक्ल, भारतीय किसान संघ के प्रदेश संगठन मंत्री अचल कुमार, पूर्व पत्रकार एवं समाजसेवी श्री विनोद राणा, भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ.राजीव कुमार, भाजपा ओबीसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अमरदीप यादव एवं प्रदेश मंत्री सोनू ठाकुर, ABVP के पूर्व प्रदेश मंत्री रौशन सिंह एवं प्रदेश उपाध्याक्ष डॉ.कमलेश कुमार कमलेन्दु, प्रो.राकेश पांडेय, डॉ. विनय कुमार गुप्ता, श्री साई बालाजी के निदेशक शुभांशु शुभम,प्रो. विनोद कुमार, युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष नीतीश कुशवाहा, अमन राज, डॉ. संजीव कुमार, कोल्हान विवि के ओड़िया विभाग के विभागा अध्यक्ष डॉ. बी.बी. भुइया, विश्वराज सिंह, सौरभ संथालिया, रवि कुमार,हिमांशु दुबे,सुमन घोष, धनंजय साहा,सौरभ सिन्हा सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।
समाज में खुशी की लहर
सुजीत वर्मा की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर उनके परिवार, दोस्त, और उनके स्थानीय समुदाय के लोग बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं। गिरिडीह जिला और खासतौर पर धनवार प्रखंड में सुजीत की इस सफलता ने युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत का काम किया है। इस उपलब्धि से न सिर्फ उनके परिवार और दोस्तों में खुशी की लहर है, बल्कि पूरे इलाके के लोग भी गर्व महसूस कर रहे हैं।
सुजीत के मित्रों और परिवारजनों ने भी उनकी इस उपलब्धि पर उत्साह व्यक्त किया है और भविष्य में और भी बड़ी सफलताएं प्राप्त करने की शुभकामनाएं दी हैं।
शिक्षा के प्रति समर्पण और सामाजिक सेवा की भावना
सुजीत वर्मा न सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं, बल्कि वे सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य के रूप में उन्होंने समाज और छात्रों की सेवा की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वे हमेशा से ही शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में काम करते आ रहे हैं और अपनी उपलब्धियों से उन्होंने साबित कर दिया है कि कड़ी मेहनत और सेवा भाव के साथ किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
आगे की योजना
सुजीत वर्मा का कहना है कि वे शिक्षा के क्षेत्र में और भी आगे बढ़ने के इच्छुक हैं और इस दिशा में अपने प्रयास जारी रखेंगे। वे NET परीक्षा में मिली सफलता को अपने करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ मानते हैं और अब उनका लक्ष्य उच्च शिक्षा और शोध के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाना है। इसके साथ ही वे समाज सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को भी बनाए रखना चाहते हैं।
सुजीत वर्मा की इस उपलब्धि से यह साफ है कि उन्होंने न सिर्फ अपने जीवन में एक बड़ा मुकाम हासिल किया है, बल्कि उन्होंने अपने क्षेत्र और देश के युवाओं के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत के रूप में खुद को स्थापित किया है।
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