सात बार संर्प दंश से पीड़ित युवक की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्वास्थ्य और राजस्व विभाग टीम को सौंपी गई है। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पीड़ित के गांव सौंरा पहुंचकर उससे मिलने की कोशिश की, लेकिन पीड़ित की मां ही सामने आई। टीम ने उनकी काउंसिलिंग की। वहीं सीएमओ राजीव नयन गिरी का कहना है कि एक बार सांप काटने की पुष्टि हुई है। छह अन्य बार काटने संबंधी जानकारी जांच रिपोर्ट आने के बाद होगी।
वहीं जांच टीम को निजी हास्पिटल से पूरी रिपोर्ट नहीं मिली है। मलवां थाने के सौंरा निवासी सुरेंद्र द्विवेदी के बड़े बेटे विकास द्विवेदी को दो जून से 11 जुलाई के बीच सात बार सर्प डस चुका है। हर बार उसका इलाज रामसनेही नर्सिग होम जीटी रोड में हुआ है। मामला सुर्खियों में आने के बाद डीएम के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने 40 दिन में एक ही व्यक्ति से सर्प डसने के मामले की तह पर जाने की कोशिश शुरू की है।
इसके तहत 9इसमें डिप्टी सीएमओ डॉ. सुरेश, एसीएमओ डॉ. इश्यिाक और वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. एनके सक्सेना को शामिल किया गया है। हालांकि अभी तक इस टीम ने मामले में कोई रिपोर्ट नहीं दी है। उधर, सोमवार को विकास द्विवेदी परिजनों के साथ बालाजी से घर लौट आया है।
मंगलवार को गोपालगंज पीएचसी की टीम ने सौरा गांव में सर्प दंश से पीड़ित युवक के परिजनों से मिली। उनकी मां की काउंसिलिंग की। सीएमओ राजीव नयन गिरी ने बताया कि विकास को जिला अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रखने का निर्णय लिया गया है। यहां पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और राजस्व विभाग के अधिकारियों की टीम उसकी निगरानी करेगी।