Sarhul Festival 2024/राँची: झारखंड की राजधानी राँची में सोमवार को सरहुल पूजा की भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों श्रद्धालु पारंपरिक परिधानों में शामिल हुए। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन भी इस धार्मिक आयोजन में सम्मिलित हुए और श्रद्धालुओं संग परंपरागत रीति-रिवाजों का पालन किया।
सरहुल झारखंड के आदिवासी समाज का सबसे प्रमुख पर्व है, जिसे प्रकृति पूजा के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भक्तगण साल वृक्ष की पूजा करते हैं और अपनी समृद्ध संस्कृति का प्रदर्शन करते हैं। शोभायात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने पारंपरिक नृत्य, गीत और वाद्ययंत्रों के साथ अपनी आस्था प्रकट की।

इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा, “सरहुल केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि यह हमारी संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है। यह हमें अपनी जड़ों से जोड़े रखता है और समाज में एकता का संदेश देता है।”शोभायात्रा के दौरान शहर के अर्जुन चौक, अल्बर्ट एक्का चौक और कांके रोड सहित प्रमुख स्थानों पर श्रद्धालु पारंपरिक पोशाकों में झूमते नजर आए।
प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे, जिससे शोभायात्रा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई।राज्यभर में सरहुल उत्सव की धूम रही, और लोगों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएँ देकर इस पर्व को उल्लासपूर्वक मनाया।