Police Action: सरायकेला-खरसवां जिले के नीमडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत झीमड़ी गांव में एक हिंदू युवती के कथित जबरन धर्मांतरण और निकाह को लेकर दो समुदायों के बीच तनाव गहराता जा रहा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने झीमड़ी सहित आसपास के गांवों में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।रविवार को भाजपा सांसद बिद्युत वरण महतो सामाजिक संगठन ‘एकता मंच’ के बैनर तले मुरुगडीह गांव पहुंचे और इस मुद्दे पर एक अहम बैठक की।
उन्होंने नीमडीह थानेदार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि रात 9 बजे एक महिला को पुरुष पुलिस बल से उसके घर में घुसकर पिटवाया गया और जेल भेज दिया गया। उन्होंने सवाल उठाया कि यह किस कानून के तहत किया गया और कहा कि पुलिस को निष्पक्ष कार्रवाई करनी चाहिए।सांसद ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन की कार्रवाई में पारदर्शिता नहीं दिखाई गई तो भाजपा सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने को बाध्य होगी। उन्होंने कहा कि पूरा कोल्हान उठकर नीमडीह पहुंच सकता है।
पूर्व विधायक साधु चरण महतो की पत्नी सारथी महतो ने भी जबरन धर्मांतरण और विवाह को अन्यायपूर्ण बताया।स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन हिंदू परिवारों के साथ पक्षपात कर रहा है, जिससे जनाक्रोश में और वृद्धि हो रही है। अब तक शांत माने जाने वाला झीमड़ी गांव अशांति की चपेट में आता जा रहा है।
इस बैठक में सांसद विद्युत वरण महतो के साथ भाजपा नेता नीरज सिंह, सारथी महतो, वीरेंद्र महतो, मधु महतो, मुखिया सुलोचना देवी समेत कई ग्रामीण और भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।