Social Bharat Desk: झारखंड में एक तरफ सीएम हेमंत सोरेन औऱ ईडी का मुद्दा गर्माया हुआ है. तो वहीं दूसरी तरफ सीएम के नियुक्ति पत्र का मुद्दा अपना चर्चा बिटोर रहा है. दरअसल कल सीएम हेमंत सोरेन के द्वारा 93 अभ्यर्थियों के बीच नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार मे हर माह सरकारी औऱ गैर सरकारी विभागों में युवाओं को नियुक्ति पत्र सौप रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दावों पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने तंज किया है. रघुवर दास ने आरोप लगाया है कि मौजूदा सरकार उनके कार्यकाल में निकाली गई नियुक्तियों का क्रेडिट ले रही है.
बताते चले कि कल राजधानी रांची के झारखंड मंत्रालय सभागार में लगभग 93 अभ्यर्थियों के बीच नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया. जिसमे झारखंड नगरपालिका सेवा के 47 सहायक अभियंताओं और वाणिज्यकर विभाग अंतर्गत लिपिकीय सेवा संवर्ग के 46 निम्न वर्गीय लिपिक के पद पर चयनित अभ्यर्थियों के बीच खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नियुक्ति पत्र बांटा है. नियुक्ति पत्र बाटने के दौरान उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में शिक्षक समेत विभिन्न विभागों में बड़ी संख्या में सरकारी बहाली होगी. साथ ही युवाओं को रोजगार से जोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि 75 प्रतिशत झारखंड वासियों को हम नियुक्ति देना चाहते हैं. और इसे धरातल पर कैसे उतारा जाए इसको लेकर भी लगातार रूपरेखा तैयार की जा रही है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने हेमंत सरकार पर कसा तंज
मुख्यमंत्री के इस बयान के सामने आते ही विपक्षी की भाजपा सरकार हमलावर हो गई. जिसमें सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने तंज कसते हुए अपने शोसल मीडिया प्लेटफॉर्म x पर लिखा कि कुछ काम खुद भी करके परिणाम तक पहुंचाइए माननीय मुख्यमंत्री जी. हमारे समय निकाली गई नियुक्तियों के परिणामों पर कब तक वाह-वाही लुटेंगे आप. जिस पर उन्होंने इशारो इशारो में साफ कह दिया कि उनके द्वारा जिस नियुक्ति पत्र का वितरण किया जा रहा है. वह सब उनके सरकार के दैर में निकाला गया था. जिसका सीएम हेमंत नियुक्ति पत्र दे रहे है.