Jharkhand Investment/रांची: झारखंड को विदेशी निवेश का नया केंद्र बनाने की दिशा में राज्य सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में स्पेन और स्वीडन की यात्रा पर गए प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को राजधानी रांची में प्रेस कांफ्रेंस कर इस दौरे के सफल नतीजों की जानकारी दी।
उद्योग विभाग के सचिव अरवा राजकमल ने बताया कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य झारखंड को वैश्विक निवेश मानचित्र पर प्रमुखता से स्थापित करना था, जो काफी हद तक सफल रहा। एक सप्ताह की यात्रा के दौरान राज्य को कुल सात निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनमें से दो प्रमुख प्रस्ताव स्पेन के टेस्ला ग्रुप और एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र से संबंधित हैं।टेस्ला ग्रुप ने झारखंड में बैटरी भंडारण निर्माण के लिए 150 मिलियन यूरो के निवेश की इच्छा जताई है, वहीं रांची में एक मेगा सम्मेलन व व्यापार प्रदर्शनी केंद्र के लिए 120 से 170 मिलियन यूरो तक निवेश का प्रस्ताव दिया गया है।
इसके अतिरिक्त, प्रसिद्ध फुटबॉल क्लब आरसीडी एस्पेनयोल ने झारखंड में खेल विकास के तहत कोच प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने की योजना बनाई है।प्रतिनिधिमंडल ने स्पेन में एफसी बार्सिलोना स्टेडियम, डी गावा संग्रहालय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के “फिरा दी बार्सिलोना कन्वेंशन सेंटर” का दौरा किया। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि चाईबासा और अन्य पुराने खनन स्थलों को जियोलॉजिकल म्यूजियम के रूप में विकसित किया जाए।
स्वीडन यात्रा के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने वोल्वो ट्रक संयंत्र का दौरा किया और झारखंड में मेगा निर्माण इकाई स्थापित करने का प्रस्ताव रखा। इस दौरान इलेक्ट्रिक वाहनों, खनिज प्रसंस्करण और हरित ऊर्जा के क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई।राजकमल ने कहा कि इस दौरे से झारखंड की ब्रांडिंग वैश्विक स्तर पर हुई है और आने वाले समय में राज्य में रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्योग निदेशक सुशांत गौरव और खनन निदेशक राहुल कुमार सिंहा समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।