रांची के तमाड़ स्थित देवड़ी मंदिर में गुरुवार सुबह 5 बजे आदिवासी समूह ने मुख्यद्वार पर ताला लगा दिया है। मंदिर के पुजारी और पाहन बाहर हैं और पूजा-अर्चना भी बंद हो गयी है। आदिवासी समूह का कहना है कि यह देवड़ी मंदिर नहीं बल्कि दिवड़ी दिरी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मंदिर पर सरकार का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। मंदिर पहले की तरह बिना सरकार के हस्तक्षेप के चलना चाहिए। गौरतलब है कि मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए लगभग 8 करोड़ की लागत से काम होना था। लेकिन इसे भी रोक दिया गया है। देवड़ी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष बुंडू के एसडीओ हैं। पूरे मामले में राजनीतिक खेल चल रहा है। काम रोके जाने को लेकर संवेदक ने तमाड़ थाने में लिखित शिकायत दी है। आदिवासी समूह के इस कदम से मंदिर के आसपास के इलाके में तनाव है।
Jamshedpur Mango accident : स्कूटी सवार को अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर, मौत
जमशेदपुर के मानगो थाना अंतर्गत छोटा पुल पर मंगलवार दोपहर एक स्कूटी सवार को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी....