Jamshedpur: अनुग्रह नारायण सिंह शिक्षण एवं सेवा संस्थान तथा बागबेड़ा महिला इकाई द्वारा पुरुषोत्तम मास में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के सप्तम दिवस पर लता दीदी ने आज द्वारकाधीश के राजा श्री कृष्ण पर विशेष चर्चा की। भगवान 16100 । राजकुमारियों को मुक्त किया है। भगवान की विशेष 8 पट रानियां जिसमें रुकमणी, सत्यभामा, जामवंती, कालिंदी, सत्य लक्ष्मणा, मित्रविंदा, भद्रा । भगवान जब मानव तन लेते हैं तो मानव की तरह ही लीला करते हैं। भगवान कृष्ण को भी समांतक मनी की चोरी का इल्जाम भगवान पर लगा। जामवंत जी को हराकर सुमन तक मणि सत्राजित को वापस करते हैं फिर प्रभु द्वारिका में अपनी सभी रानियां के साथ आनंद पूर्वक रहे हैं। अंत में सुदामा और कृष्ण के चरित्र का वर्णन। श्रीमद् भागवत कथा कहती है कि जो प्राणी अंतिम दिन की कथा को श्रवण करता है सातों दिन की कथा का फल की प्राप्ति उसे हो जाती है। भक्तों ने फूलों की होली के साथ भागवत जी की विदाई का आनंद लिया।

परीक्षित ने 7 दिन की कथा सेवन की, तक्षक सांप काटा । परीक्षित का शरीर परमात्मा में लीन हो गया। भगवान से कृष्ण कहते हैं कलयुग में कली से बचने के लिए मनुष्यों को श्रीमद्भागवत ग्रंथ का आश्रय लेना चाहिए।
कथा के बाद सामूहिक हवन किया गया। उसके बाद सभी ने भंडारा में प्रसाद लिया।

आज सांसद विद्युत् वरण महतो, विधायक सरयू राय, भारतीय खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के मनोज सिंह, कांग्रेस नेता नट्टू झा, प्रमुख पानी सोरेन, जिला पार्षद सबिता सरदार, कुसुम पूर्ति, आजसू जिला अध्यक्ष कन्हैया सिंह, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग संगठन मंत्री प्रताप सिंह, झरना मिश्रा के साथ हजारों महिला पुरुषो ने कथा श्रवण किया तथा प्रसाद ग्रहण किया।
पूरा आयोजन अध्यक्ष अखिलेश सिंह, महासचिव सी एस पी सिंह, जिला पार्षद डॉ कविता परमार, पूनम झा, प्रतिमा रजक, पुष्पा सिंह, मुदीता सिंह, सीमा, गीता सिंह, उषा, अंजू, रीता सिंह, विमला, बबीता, संगीता के देख रेख में संपन्न हुआ।
समापन पर डॉ कविता परमार ने बागबेड़ा के सभी भक्तों को सात दिन चलने वाले कथा के सफल कराने में सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया।

देश दुनिया एवं झारखंड राज्य से जुड़ी खबरों के लिए TheSocialBharat.com से जुड़े रहे। हमारा लक्ष्य है सटीक एवं विस्तृत समाचार प्रसारण ताकि ताज़ा खबर आप तक पहुंचते रहें।