
मंगलवार को दोनों अस्पतालों की ओपीडी में करीब 1271 मरीजों का इलाज हुआ। वहीं, सोमवार को करीब 1232 मरीजों का इलाज हुआ था। इसमें सर्दी-खांसी, बुखार, डिहाइड्रेशन, हीट सन स्ट्रोक, उल्टी, लू आदि के सर्वाधिक मरीज थे। जून में गर्मी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। इंसान से लेकर जानवर तक परेशान हैं। सुबह 7 बजे से ही धूप के कड़े तेवर से लोग परेशान होने लगे हैं। दोपहर तक लू देह झुलसाने लग रही है। मंगलवार को शहर का अधिकतम तापमान 41.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस रहा। चिंता की बात यह है कि गर्मी से शहरवासियों को पांच दिनों तक राहत मिलने की उम्मीद भी नहीं है। सबसे ज्यादा दिक्कत दोपहर में हो रही है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. अभिषेक आनंद ने बताया कि कोल्हान समेत पूरे झारखंड में पांच दिन तक मौसम में कोई बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। 7 जून को उत्तर-पूर्वी तथा दक्षिण-पूर्वी के कुछ हिस्सों में लू चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने आमलोगों से लू की स्थिति में दोपहर में घरों से नहीं निकलने की अपील की है।
एमजीएम के फिजिशियन डॉ. बलराम झा ने बताया कि गर्मी में लोग फ्रिज का पानी पीते हैं। यह खतरनाक होता है। दोपहर में पूरी बांह की शर्ट पहनें और सिर पर गमछा या टोपी रखें। खाली पेट कभी न निकलें। इससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है। भरपूर मात्रा में पानी पीएं और फलों का सेवन ज्यादा करें। शरीर में पानी की कमी होने पर ओआरएस का घोल अवश्य लें। अस्पतालों में यह निशुल्क उपलब्ध है।
मौसम विभाग ने जानकारी दी कि दक्षिण पूर्व अरब सागर में बने अति निम्न दबाव ने चक्रवात का रूप ले लिया है। विप्रजय नामक चक्रवात अरब सागर की उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है। 7 जून को इसके गहराने की संभावना है। चक्रवात से झारखंड का मौसम ज्यादा प्रभावित नहीं होगा। झारखंड के कुछ हिस्सों में बादल छा सकते हैं। वहीं, 19 जून तक मानसून आने की संभावना है।