पिछले 10 महीने से लगातार पृथ्वी के तापमान की रिकॉर्ड संख्या में वृद्धि हुई है। बीते मार्च को रिकॉर्ड इतिहास का सबसे गर्म महीना घोषित किया गया है। धरती के बढ़ते तापमान ने वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ा दी है कि क्या हमारा ग्रह एक नए युग में प्रवेश करने जा रहा है।
हमारी धरती के ऊपर जलवायु परिवर्तन का एक बड़ा खतरा मंडरा रहा है। वैज्ञानिकों के अनुसार अगर साल के अंत तक तापमान में गिरावट नहीं हुई तो यह किस दिशा में जाएगा कहना मुश्किल है। वैज्ञानिकों की ये चेतावनी ऐसे समय में आई है जब आंकड़ों से पता चला कि बीता मार्च महीना धरती के अब तक के रिकॉर्ड में सबसे गर्म मार्च रहा है। ये सिर्फ मार्च तक ही सीमित नहीं है, पिछले 10 महीने से लगातार पृथ्वी के तापमान की रिकॉर्ड संख्या में वृद्धि हुई है। यानी हर महीना अब तक अपने पिछले रिकॉर्ड से अधिक गर्म रहा है।
इस बदलाव से वैज्ञानिकों और पर्यावरणविदों में इस बात को लेकर चिंता बढ़ गई है कि दुनिया और तेजी से जलवायु परिवर्तन के एक नए युग में प्रवेश कर सकती है। हाल की गर्मी के पीछे अल नीनो को जिम्मेदार ठहराया जाता रहा है। ऐसा माना जाता है कि आने वाले महीनों में अल नीनो के खत्म होने के बाद तापमान में अस्थायी रूप से कमी होनी चाहिए, हालांकि कुछ वैज्ञानिक इस बात से चिंतित हैं कि ऐसा नहीं होने जा रहा।