सरायकेला: सरायकेला खरसावां जिला के भाजपा नेता बास्को बेसरा ने बीजेपी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. उनका झामुमो ने स्वागत भी किया है. उनकी बीती रात मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाक़ात भी हो चूकि है और वे झामुमो से सरायकेला से झामुमो के उम्मीदवार भी बन सकते है. यहां से पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन भापना से इस बार फिर से चुनाव लड़ेंगे. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को भेजे इस्तीफे में बसको बेसरा ने कहा है कि वे निजी कारणों से इस्तीफा दे रहे हैं. फिलहाल श्री बेसरा एसटी मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य थे.

प्रदेश अध्यक्ष को भेजे त्यागपत्र में उन्होंने लिखा है “अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश कार्य समिति के सदस्य एवं भाजपा के सक्रिय सदस्य के रूप में मेरी भूमिका सक्रिय रूप से जारी रही है परंतु कुछ निजी कार्यों के कारण अब मैं अपनी सेवाएं देने में असमर्थ हूं. अतः श्रीमान से आग्रह है कि मुझे प्रदेश कार्यसमिति सदस्य समेत पार्टी के तमाम जिम्मेदारियों से मुक्त किया जाए. इसे मेरा त्यागपत्र भी माना जाए.” वैसे बास्को बेसरा की आगे की क्या रणनीति है इसका उन्होंने खुलासा नहीं किया है. विदित हो कि बास्को बेसरा हर पांच साल में पार्टी बदलते रहे हैं. हर बार उनका यह बयान आता है कि यह मेरा अंतिम पड़ाव है मगर चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद सबसे पहले पार्टी से किनारा कर लेते हैं. श्री बेसरा इससे पहले खरसावां और सरायकेला विधानसभा से कांग्रेस और आजसू के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं. दोनों में उनकी करारी हार हुई है.
इस बार भी वे इस उम्मीद से थे कि पार्टी उन्हें अपना उम्मीदवार बनाएगी मगर पार्टी ने शनिवार को प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है. वैसे पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने के तुरंत बाद ही गम्हरिया में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बास्को बेसरा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ मुलाकात की थी. जिसे उन्होंने शिष्टाचार मुलाकात बताया था. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि बास्को बेसरा किधर का रुख करते हैं. हालांकि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं. चंपई सोरेन के पार्टी छोड़कर जाने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के पास उनके कद का कोई दूसरा नेता नहीं है. ऐसे में कयास लगाए जा सकते हैं कि बास्को झामुमो का दामन थाम सकते हैं.