गाजियाबाद में खाद्य सुरक्षा विभाग के चलाए विशेष अभियान के दौरान लिए गए मसालों के सैंपल की रिपोर्ट में मिर्च में कीटनाशक की मात्रा मिली है। विभाग ने विभिन्न स्थानों के मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट से सीधे सैंपल एकत्र किए थे जिनकी जांच हैदराबाद के तेलांगाना लैब में कराई गई थी। 18 सैंपल में से सात सैंपल की रिपोर्ट मिली है जिसमें से सातों मिर्च के सैंपल में यह कीटनाशक पाया गया है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने हांगकांग के लैब की जांच में नामी कंपनियों के मसालों में कीटनाशक एथिलीन मिलने के मामले के बाद सरकार के आदेश पर जिले में विशेष अभियान चलाया था। इस अभियान में लोनी, मोदीनगर, मुरादनगर सहित शहरी क्षेत्र में जहां मसालों का उत्पादन किया जाता है वहां से सैंपल एकत्र किए थे। 18 सैंपल जांच के लिए लैब में भेजे गए थे जिसमें से सात सैंपल की रिपोर्ट सेहत के लिए असुरक्षित पाई गई है। यह सातों सैंपल मिर्च पाउडर के हैं। जिसमें पैकेट बंद और खुले सभी प्रकार के मसालों के सैंपल शामिल थे।
सैंपल की जांच रिपोर्ट में एथिलीन नहीं पाया गया है लेकिन अन्य कीटनाशक की मात्रा मानक से अधिक पाई गई है। वाद दायर करने के लिए रिपोर्ट तैयार किया जा रहा है। इस रिपोर्ट को आयुक्त खाद्य सुरक्षा को भेज दिया जाएगा। उनकी स्वीकृति के बाद एसीजीएम-प्रथम कोर्ट में वाद दायर होगा। दोष साबित होने के बाद दोषियों के लिए तीन महीने की सजा और तीन लाख के जुर्माने का प्रावधान है।
जिले में इससे पहले जितने भी मसालों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं उनमें कीटनाशक की मात्रा नहीं मिली है। पहली बार इन मसालों की जांच हैदराबाद के सरकारी मान्यता प्राप्त लैब में कराई गई है। इससे पहले अधिकतर हल्दी और मिर्च पाउडर में रंग की मिलावट ही पाई है।