Driver’s Death: झारखंड के गोविंदपुर स्थित गिट्टी मशीन इलाके के रहने वाले कान्वाई चालक राहुल बिरूली की मौत एक दर्दनाक सड़क हादसे में हो गई। यह दुर्घटना सिमडेगा जिले में उस वक्त घटी जब राहुल टाटा मोटर्स की ओर से चेचिस लेकर कहीं जा रहे थे। हादसा इतना गंभीर था कि मौके पर ही उनकी मौत हो गई। जैसे ही यह खबर परिवार को मिली, पूरे घर में कोहराम मच गया।
मोहल्ले में भी शोक का माहौल छा गया है।गौरतलब है कि करीब एक माह पूर्व इसी तरह की दुर्घटना में कान्वाई चालक सुखदेव सिंह की भी मौत हो चुकी है। लगातार हो रही इन घटनाओं ने ना सिर्फ परिवारों को झकझोरा है, बल्कि कान्वाई चालकों की सुरक्षा को लेकर सवाल भी खड़े कर दिए हैं।
कान्वाई चालक संघ के नेता ज्ञानसागर ने इस पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि— “कंपनियों की लापरवाही और बीमा न होने की स्थिति में चालक की मौत के बाद उनके परिवार सड़क पर आ जाते हैं।”इन दुर्घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि परिवहन और ऑटोमोबाइल सेक्टर में कान्वाई चालकों की सुरक्षा, बीमा और सामाजिक सुरक्षा जैसे मुद्दे अब प्राथमिकता पर होने चाहिए।
एक तरफ वाहन कंपनियां करोड़ों के वाहन सड़क पर उतारती हैं, वहीं उन्हें सुरक्षित पहुंचाने वाले चालकों के जीवन का कोई मोल नहीं रखा जा रहा।सरकार और कंपनियों को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि हर कान्वाई चालक का बीमा हो, दुर्घटना की स्थिति में मुआवजा तय हो और परिवहन नीति में उन्हें संरक्षित दर्जा मिले। वरना एक-एक कर, हर घर में मातम पसरेगा और यह मौन त्रासदी कभी रुकेगी नहीं।