Independence Day Special: आज भारत अपनी आजादी की 78वीं वर्षगांठ मना रहा है। जिसकी धूम आपको स्कूलों से लेकर दफ्तरों और बाजारों में भी दिखाई दे रही होगी। ये दिन हर भारतीय के लिए बेहद अहम होता है। 1947 में आजादी के बाद पहली बार देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले की प्राचीर पर ध्वजारोहण करके अपना पहला भाषण दिया था। जिसके बाद से हर साल देश के प्रधानमंत्री दिल्ली में स्थित लाल किले पर ध्वजारोहण करते हैं। इस साल भी पीएम मोदी ने हर साल की भांति अपने तीसरे कार्यकाल का पहले स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण किया। हर साल उनके लुक के साथ-साथ उनका साफा लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करता है।। इस साल भी उनकी पगड़ी काफी खास थी।

इस साल पीएम ने उन्होंने सफेद कुर्ता-चूड़ीदार के साथ ब्लू कलर की बंदगला हॉफ जैकेट पहनी थी। इसके साथ उन्होंने लहरिया प्रिंट की पगड़ी सिर पर बांधी थी। केसरी रंग की इस पगड़ी पर हरी और पीली रंग की धारियां बनीं थी, जो देखने में काफी खूबसूरत लग रहीं थीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘महिलाओं के प्रति अपराधों की तुरंत जांच हो। कृत्य करने वालों को ज्यादा से ज्यादा, सख्त से सख्त और जल्दी से जल्दी सजा हो। जब ऐसी राक्षसी मनोवृत्ति को सजा होती है तो वह नजर नहीं आती कोने में कहीं पड़ी रहती है। ऐसे राक्षसी कृत्य करने वालों को होने वाली सजाओं के बारे में खबरें अब सामने आना जरूरी है, ताकि लोगों को पता चले कि ऐसे कृत्यों का क्या परिणाम होता है।’
उन्होंने कहा, ‘अब समय की मांग है कि जिनको सजा होती है, उसकी व्यापक चर्चा हो ताकि ऐसा पाप करने वालों में डर पैदा हो कि पाप करने वालों की ऐसी हालत होती है, फांसी पर लटकना पड़ता है। मुझे लगता है कि डर पैदा करना बहुत जरूरी है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘देश में महिलाओं के साथ बर्बरता हो रही है, उन पर अत्याचार हो रहे हैं। राज्य सरकारों से, शासन-प्रशासन से अपील करता हूं कि वो ऐसे उदाहरण पेश करें कि कोई किसी महिला के साथ ऐसा करने की हिमाकत नहीं कर सके। दुष्कर्म जैसा पाप करने वाले को फांसी की सजा हो ताकि कोई ऐसा करने की सोचे तो उसे पता हो कि जीवन से हाथ धोना होगा।’