Zila Parishad Arrest: झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में राजनीतिक गलियारों में हलचल मचाने वाला एक मामला सामने आया है। घातशिला जिला परिषद के सदस्य कर्ण सिंह को पुलिस ने रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरफ्तारी के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताया है और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया है।पुलिस सूत्रों के अनुसार, कर्ण सिंह पर एक स्थानीय व्यापारी से ₹5 लाख की रंगदारी मांगने का आरोप है।
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने जाँच कर साक्ष्य जुटाए और सोमवार देर शाम कर्ण सिंह को उनके आवास से गिरफ्तार किया। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है और मामले की विस्तृत जांच जारी है।कर्ण सिंह भाजपा से जुड़े हुए जिला परिषद सदस्य हैं और इलाके में एक प्रभावशाली जनप्रतिनिधि माने जाते हैं।
गिरफ्तारी की खबर फैलते ही भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इसे राजनीतिक साजिश करार देते हुए जिला प्रशासन और राज्य सरकार पर निशाना साधा। भाजपा जिला अध्यक्ष ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि कर्ण सिंह की लोकप्रियता से डरकर विपक्ष ने उन्हें फंसाने की साजिश रची है।
उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है और निर्दोष जनप्रतिनिधियों को फंसाकर जनता की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। भाजपा नेताओं ने जोर दिया कि यदि जांच निष्पक्ष नहीं हुई और कर्ण सिंह को जल्द रिहा नहीं किया गया, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।दूसरी ओर, पुलिस अधीक्षक ने मीडिया को बताया कि गिरफ्तारी सबूतों के आधार पर की गई है और इसमें किसी प्रकार की राजनीतिक प्रेरणा नहीं है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कानून सभी के लिए समान है और अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो कार्रवाई तय है।घटना के बाद जिला परिषद कार्यालय के बाहर भारी संख्या में भाजपा समर्थकों ने प्रदर्शन किया और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
पुलिस को अतिरिक्त बल तैनात करना पड़ा ताकि स्थिति नियंत्रण में बनी रहे।राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मामला आगामी पंचायत चुनावों से पहले राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है। विपक्षी दलों ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
कर्ण सिंह की गिरफ्तारी और उस पर हो रही राजनीति ने एक बार फिर से झारखंड की स्थानीय राजनीति में शुचिता और साजिश की बहस को जन्म दे दिया है।