Wild Elephant Panic:जिले के किता गांव में आज सुबह एक जंगली हाथी के प्रवेश से हड़कंप मच गया। यह हाथी अपने झुंड से बिछड़कर गांव के सिकोड़ा की ओर से गांव में दाखिल हुआ, जहां ग्रामीणों ने उसे देखा।
ग्रामीणों के अनुसार, जब हाथी गांव के किनारे पहुंचा तो मोटरसाइकिल की आवाज से वह अचानक उत्तेजित हो उठा और वहां मौजूद लोगों को दौड़ाने लगा। गांव के लोगों ने घबराकर इधर-उधर भागना शुरू कर दिया। कुछ लोग हाथी को जंगल की ओर ड्राइव करने के बजाय उसे चारों ओर से घेरने लगे, जिससे हाथी और अधिक उत्तेजित हो गया।
हाथी ने ग्रामीणों को दौड़ाया, घेराबंदी से बढ़ी आक्रोश की स्थिति
घटना के समय गांव में वन विभाग की कोई भी टीम मौके पर नहीं पहुंची थी। ग्रामीणों का कहना है कि अगर हाथी को खुला रास्ता देकर जंगल की ओर मोड़ा जाता, तो स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता था। लेकिन बार-बार की घेराबंदी ने हाथी को और आक्रामक बना दिया

गांव में पसरा सन्नाटा, जानवरों तक में दिखा डर
किता गांव अपेक्षाकृत कम आबादी वाला है और यहां घर भी दूर-दूर पर बने हैं। जब हाथी खेतों की ओर बढ़ा, तो वहां चर रहे पालतू बैलों और अन्य जानवरों को देखकर वह बार-बार दिशा बदलता रहा। जानवरों की गतिविधियों से हाथी असहज हो गया और खेतों की ओर भागने लगा।
वन विभाग की गैरमौजूदगी पर ग्रामीणों में नाराजगी
इस पूरी घटना के दौरान ग्रामीणों ने यह शिकायत की कि वन विभाग का कोई भी कर्मचारी समय पर मौके पर नहीं पहुंचा। गांव में डर और अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे घटनाओं के मद्देनजर वन विभाग की त्वरित कार्रवाई टीम तैनात की जाए और गांवों में पूर्व सूचना व सतर्कता की व्यवस्था हो।