Water Connections: जमशेदपुर के छोटा गोविंदपुर क्षेत्र में वृहद ग्रामीण जलापूर्ति योजना के अंतर्गत 21 पंचायतों में घर-घर पाइपलाइन से जल पहुंचाने का दावा किया गया है, लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे कोसों दूर है। कई पंचायतों में न तो अभी तक पाइपलाइन बिछाई गई है और न ही लोगों को जल कनेक्शन मिला है।
परिणामस्वरूप, इन क्षेत्रों के ग्रामीण खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। वर्षों से जल संकट झेल रहे इन लोगों ने मुखिया, बीडीओ और उपायुक्त तक से गुहार लगाई, लेकिन प्रशासनिक तंत्र की निष्क्रियता के कारण अब तक कोई ठोस पहल नहीं हो सकी है।
सबसे गंभीर मामला दक्षिण हलुदबनी पंचायत का है, जहां खुद मुखिया के घर तक पाइपलाइन नहीं पहुंच पाई है, जबकि उन्होंने वर्ष 2019 में जल कनेक्शन के लिए रसीद भी कटवा दी थी। यह केवल एक मामला नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र में ऐसे अनगिनत ग्रामीण हैं जिन्होंने जल कनेक्शन के लिए सरकारी रसीद कटवा रखी है, लेकिन उन्हें अभी तक एक बूंद पानी नहीं मिला। वहीं दूसरी ओर, कई क्षेत्रों में बगैर किसी सत्यापन के अवैध जल कनेक्शन भी दे दिए गए हैं, जिससे वैध उपभोक्ताओं को और भी अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि जलापूर्ति विभाग और पंचायत स्तर पर लापरवाही तथा भ्रष्टाचार की वजह से योजना का उद्देश्य ही विफल हो गया है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही पाइपलाइन बिछाने और जल कनेक्शन देने की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई, तो वे आंदोलन करेंगे। सवाल यह है कि जब सरकार ‘हर घर जल’ का दावा करती है, तो फिर इन गांवों के लोग क्यों अब तक बूंद-बूंद को तरस रहे हैं?