Sarathi NGO Initiative: शहर की सामाजिक संस्था ‘सारथी’ ने जरूरतमंद और वंचित महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक नई और सशक्त पहल की शुरुआत की है। इस अभियान की अगुवाई कर रहीं पूजा अग्रवाल ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि यह कार्यक्रम केवल प्रशिक्षण तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि महिलाओं को प्रशिक्षण के बाद रोजगार से भी जोड़ा जाएगा।
प्रशिक्षण से रोज़गार तक का सफर
इस विशेष अभियान के तहत महिलाओं को सिलाई-टेलरिंग, ब्यूटीशियन, ग्रूमिंग सेवाएं, स्वास्थ्य जागरूकता और बुनियादी शिक्षा जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। पूजा अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि यह पहल उन महिलाओं के लिए है, जो आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि से आती हैं और जिन्हें समाज में आगे बढ़ने का अवसर नहीं मिल पाता। सारथी का उद्देश्य है कि महिलाएं आत्मनिर्भर बनें, ताकि वे सम्मान और आत्मविश्वास के साथ जीवन जी सकें।
झुग्गी बस्तियों के बच्चों को भी मिलेगी रोशनी
सारथी सिर्फ महिलाओं तक सीमित नहीं है। संस्था ने झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले बच्चों की शिक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया है। उन्हें न केवल पढ़ाया जा रहा है, बल्कि भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म की शिक्षा से भी जोड़ा जा रहा है, जिससे उनमें आत्मगौरव और नैतिक समझ विकसित हो सके।
सामाजिक कार्यों में पहले से रही अग्रणी
यह पहली बार नहीं है जब सारथी सामाजिक बदलाव की दिशा में कदम उठा रही है। संस्था पहले भी नदी सफाई अभियान, डेंगू रोधी फॉगिंग, राशन वितरण और आयुष्मान कार्ड शिविर जैसे कई ज़मीनी स्तर के कार्यक्रमों में अग्रणी भूमिका निभा चुकी है। इन अभियानों के ज़रिए सारथी ने आम लोगों के जीवन में बदलाव लाने का प्रयास किया है।
एक समावेशी भविष्य की ओर कदम
सारथी का लक्ष्य है एक ऐसा समाज बनाना, जहाँ हर महिला और हर बच्चा आत्मनिर्भर हो, सम्मान के साथ जी सके और समाज में अपनी एक पहचान बना सके। संगठन ने सभी नागरिकों से इस अभियान से जुड़ने की अपील की है, ताकि हम सब मिलकर एक सशक्त और समावेशी भविष्य का निर्माण कर सकें।