Sadar hospital Negligence/जमशेदपुर: सदर अस्पताल में उस वक्त हंगामा मच गया जब एक गंभीर रूप से घायल मरीज को भर्ती करने से अस्पताल प्रशासन ने इनकार कर दिया। मरीज की कमर की हड्डी में फ्रैक्चर होने की पुष्टि एक्स-रे रिपोर्ट में हो चुकी थी, बावजूद इसके उसे बार-बार दूसरे अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है।
मरीज के परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर उसे भर्ती करने से साफ मना कर रहे हैं और समय पर इलाज देने के बजाय टालमटोल कर रहे हैं। स्थिति तब और बिगड़ गई जब परिजनों और अस्पताल कर्मियों के बीच तीखी बहस होने लगी।प्राप्त जानकारी के अनुसार, मरीज सड़क हादसे में घायल हुआ था और कमर की हड्डी में गंभीर चोट आई है।
एक्स-रे रिपोर्ट में बोन क्रैक की पुष्टि के बावजूद कोई स्थायी इलाज शुरू नहीं किया गया।परिजनों का कहना है कि अगर समय पर इलाज नहीं मिला तो मरीज की स्थिति और खराब हो सकती है।
आपको बता दे इस सिलसिले में आकाश श्रीवास्तव जोह की समाज सेवी है , उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि अस्पताल में लापरवाह डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।अस्पताल प्रबंधन की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है। यह मामला स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता और अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े करता है।