RJD Tribal Protest: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के झारखंड संगठन में आदिवासी नेतृत्व की अनदेखी को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। सरायकेला-खरसावां जिले में पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता सकला मरडी ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रदेश नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए।
उन्होंने कहा कि उन्हें जानबूझकर जिला अध्यक्ष बनाए जाने से वंचित किया गया, जबकि संगठन में उनका योगदान कहीं अधिक रहा है।
‘प्रदेश अध्यक्ष यादव प्रभाव में‚ आदिवासी की अनदेखी‘
सकला मरडी ने झारखंड प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह यादव पर आरोप लगाया कि उन्होंने जनार्दन यादव, वीरेंद्र यादव, राजेश यादव और श्रीराम यादव जैसे प्रभावशाली नेताओं के दबाव में निर्णय लिया और आदिवासी समुदाय से आने वाले उन्हें अध्यक्ष पद से दूर रखा। सकला ने कहा कि यह सिर्फ उनके साथ नहीं, बल्कि आदिवासी समुदाय के साथ भी अन्याय है।
राजद की मूल विचारधारा से भटकाव का आरोपसकला ने याद दिलाया कि लालू प्रसाद यादव ने झारखंड के गठन का समर्थन इस सोच के साथ किया था कि आदिवासी समाज को सम्मानजनक नेतृत्व मिले। उन्होंने कहा कि भाजपा ने भी इस दिशा में पहल करते हुए आदिवासी नेता को मुख्यमंत्री बनाया, लेकिन राजद की झारखंड इकाई इस सोच से विमुख हो चुकी है।
संगठन निर्माण में अग्रणी‚ फिर भी दरकिनार
सकला का दावा है कि उन्होंने अपने नेतृत्व में संगठन निर्माण के दौरान 72 सक्रिय सदस्य बनाए, जबकि विरोधी गुट महज 10–12 ही जोड़ सका। इसके बावजूद जिला अध्यक्ष पद गैर-आदिवासी को सौंपा गया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विरोधी गुट में अधिकांश नए व्यवसायी हैं, जिन्होंने धनबल और जातीय समीकरण के जरिए पद हासिल किया है।कोल्हान में आदिवासी प्रतिनिधित्व बेहद कमप्रेस वार्ता में सकला ने बताया कि कोल्हान प्रमंडल में अब तक केवल दो ही आदिवासी नेता—गोवर्धन नायक और मंगल सिंह लमाय—विधायक या मंत्री बन सके हैं।
इस बार भी एक सक्षम आदिवासी युवा को दरकिनार कर दिया गया, जो समुदाय में असंतोष की भावना को और गहरा कर रहा है।
भविष्य की रणनीति‚ संघर्ष लेकिन पार्टी नहीं छोड़ेंगे
हालांकि सकला ने यह स्पष्ट किया कि वे राजद नहीं छोड़ेंगे और पूरी निष्ठा से लालू यादव और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में काम करते रहेंगे। उन्होंने ऐलान किया कि वे जल्द ही पटना जाकर राजद सुप्रीमो और नेता प्रतिपक्ष से मिलकर कोल्हान क्षेत्र की जमीनी स्थिति से उन्हें अवगत कराएंगे। साथ ही, उन्होंने हजारों युवाओं को राजद से जोड़ने और आगामी चुनावों में पार्टी को मजबूत करने का संकल्प दोहराया।