Ranchi: झारखंड में बढ़ते साइबर अपराधियों के मामले लगातार सामने आते है. पुलिस निरंतर कार्रवाई कर अपराधियों को गिरफ्तार करती है, लेकिन इसके बावजूद भी साइबर अपराधी बढ़-चढ़ कर अपराध की घटना को अंजाम देते है. और पुलिस को खुली तौर पर चुनौती देते है. इसे देखते हुए सीआईडी भी अब मैदम में आ गई है. मिली जानकारी के अनुसार साइबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए सीआईडी ने नई योजना बनाई है. जिससे वह साइबर अपराधियों पर लगाम लगा सकेंगे.
प्रतिबिंब पोर्टल होगा सीआईडी का नया हथियार
मिली जानकारी के अनुसार झारखंड सीआईडी ने साइबर अपराधियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे सिम कार्डों का डेटा बेस तैयार कर अपने प्रतिबिंब पोर्टल पर रजिस्टर कर रही है. साथ ही उन इलाकों की मैपिंग भी शुरू कर दी गई है. जहां से साइबर अपराधी ठगी के लिए सबसे ज्यादा स्तेमाल करते है. जानकारी देते हुए सीआईडी के डीजी ने बताया कि फिलहाल प्रतिबिंब एप और पोर्टल का टेस्ट किया जा रहा है. इसका उद्घाटन 8 नवंबर तक कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस एप के जरिए सीआईडी साइबर अपराधियों पर विशेष नजर रखेगी. जिसमें अपराधियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे नंबरों को राज्य के संबंधित जिलों के एसपी को भेजा जाएगा. ताकी समय रहते अपराधियों पर नकेल कसी जा सके.
इन इलाकों से साइबर ठगी के मामले आए सामने
आपकों बता दें कि झारखंड में साइबर अपराध के सबसे अधिक मामले जामताड़ा से सामने आया है. साइबर अपराध के दर्ज मामलों की अनुसंधान व समीक्षा के दौरान यह तथ्य सामने आया है कि झारखंड में साइबर ठगी के अधिकांश मामले जामताड़ा, के साथ देवघर, गिरिडीह के इलाके के साथ-साथ झारखंड के बाहर हरियाणा के मेवात व नूह रीजन से आते है.
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