Potka transformer: जमशेदपुर के पोटका विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत भटीन पंचायत के झरिया गांव के टोला लिपो में बीते कई महीनों से बिजली आपूर्ति बाधित थी। ट्रांसफार्मर लंबे समय से खराब पड़ा था, जिससे ग्रामीणों का जनजीवन अंधेरे में कैद होकर रह गया था। खेतों के पंप बंद पड़े थे, घरों में पंखे और बल्ब केवल शोपीस बनकर रह गए थे, और बच्चों की पढ़ाई सिर्फ सूरज की रौशनी पर टिकी थी।
ऐसे समय में जब ग्रामीण निराशा की गर्त में जा चुके थे, तभी एक पहल ने उम्मीदों को नई ऊर्जा दी।इस गंभीर स्थिति की जानकारी जब पोटका के विधायक संजीव सरदार को मिली, तो उन्होंने प्रशासनिक निष्क्रियता के बजाय जनप्रतिनिधि की संवेदनशीलता दिखाई।
त्वरित संज्ञान लेते हुए उन्होंने ट्रांसफार्मर बदलवाने का आदेश दिया। इस कार्य को अमलीजामा पहनाने की जिम्मेदारी विधायक के अनुज भरत सरदार ने अपने हाथों में ली और उनकी निगरानी में आज नए ट्रांसफार्मर की स्थापना सफलतापूर्वक संपन्न हुई।जैसे ही ट्रांसफार्मर चालू हुआ, गांव में मानो दीपावली की रौशनी लौट आई हो।
ग्रामीणों ने न केवल विधायक संजीव सरदार का आभार प्रकट किया, बल्कि इस त्वरित और प्रभावशाली कदम को जनसेवा का एक आदर्श उदाहरण बताया। स्थानीय लोगों का कहना है कि अब बच्चों की पढ़ाई से लेकर घरेलू कार्य और खेती-किसानी के उपकरणों का संचालन भी सुचारु रूप से हो पाएगा।यह घटना सिर्फ एक ट्रांसफार्मर की स्थापना नहीं, बल्कि जनप्रतिनिधित्व की प्रासंगिकता, तत्परता और जवाबदेही का प्रतीक बन गई है।
जिस तेजी से समस्या को सुलझाया गया, उसने ग्रामीणों के बीच विश्वास की लौ फिर से जगा दी है—वो विश्वास जो अक्सर फाइलों के बोझ तले दब जाता है। इस सकारात्मक पहल से यह सिद्ध होता है कि यदि नेतृत्व ईमानदार और सक्रिय हो, तो व्यवस्था कितनी भी जर्जर क्यों न हो, बदलाव संभव है।