Naxal Rail Blast: झारखंड और ओडिशा के सीमावर्ती क्षेत्रों में एक बार फिर नक्सली हिंसा ने दस्तक दी है। शनिवार देर रात नक्सलियों ने रंगरा-करमपाड़ा रेलखंड पर जोरदार विस्फोट कर रेल पटरी को उड़ा दिया। धमाके के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है और रेल आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है।
रात दो बजे हुआ विस्फोट‚ ट्रैक पूरी तरह क्षतिग्रस्त
सूत्रों के अनुसार, नक्सलियों ने पहले से ही ट्रैक को बारूद से निशाना बनाया था और रात करीब दो बजे शक्तिशाली विस्फोट किया गया। इस धमाके की आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी, जिससे आसपास के गांवों में अफरा-तफरी मच गई। ट्रैक को गहरा नुकसान पहुंचा है और रेल परिचालन रोक दिया गया है।

यात्री ट्रेनें फंसी‚ कई रद्द और डायवर्ट
रेलवे प्रशासन के अनुसार, इस रेलखंड पर चलने वाली कई यात्री ट्रेनें रास्ते में फंसी रहीं। कुछ ट्रेनों को रद्द करना पड़ा जबकि कुछ को वैकल्पिक मार्ग पर डायवर्ट कर दिया गया। यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए रेलवे ने तुरंत इंजीनियरिंग व सुरक्षा टीम को मौके पर भेजा।
रेलवे अधिकारियों ने बताया, “हालांकि धमाका गंभीर था, लेकिन गनीमत है कि कोई जानमाल की हानि नहीं हुई। ट्रैक की मरम्मत तेजी से जारी है और बहुत जल्द सेवा बहाल कर दी जाएगी।”

प्रशासन सतर्क‚ नक्सल गतिविधियों पर नजर
पश्चिम सिंहभूम जिला प्रशासन ने घटना की पुष्टि की है और बताया कि नक्सल गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है और सीमावर्ती इलाकों में अतिरिक्त बल की तैनाती की जा रही है।
प्रशासन ने यह भी कहा है कि अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और आम जनजीवन को डराने वाली किसी भी हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुरानी रणनीति‚ नया वार‚ जनता और सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश
यह पहली बार नहीं है जब नक्सलियों ने रेलवे जैसे संवेदनशील बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया हो। झारखंड-ओडिशा सीमा पर विशेष रूप से पश्चिमी सिंहभूम, सुंदरगढ़ और क्योंझर जैसे जिले लंबे समय से नक्सल प्रभाव वाले क्षेत्र माने जाते हैं। हर बार की तरह, नक्सलियों ने इस बार भी पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाकर सरकार और आम जनता के मन में डर और अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की है।