एक दांव में मोदी, नायडू व नीतीश को उलझाया
जयराम रमेश ने जो सवाल पूछे हैं, वे आंध्र प्रदेश और बिहार से संबंधित हैं। तेलुगू देशम पार्टी ‘टीडीपी’ के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू अगले सप्ताह आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। दूसरी तरफ, बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव में जो नतीजे सामने आए हैं, उनमें सत्ता की चाबी, इन दोनों नेताओं के हाथ में है।
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद केंद्र में ‘एनडीए’ की सरकार बनने जा रही है। इस सप्ताह नरेंद्र मोदी, तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। भाजपा, 240 सीटों के साथ संसद में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। वह अपने दम पर स्पष्ट बहुमत के करीब नहीं पहुंच सकी, लेकिन उसके नेतृत्व वाले ‘एनडीए’ को ‘292’ सीटों के स्पष्ट बहुमत मिला है।
बुधवार को दिल्ली में एनडीए और इंडिया गठबंधन, दोनों की बैठक हुई है। कांग्रेस पार्टी को 99 सीटें हासिल हुई हैं। इंडिया गठबंधन की बात करें, तो उसके पास 234 सीटें हैं। शपथ ग्रहण समारोह से पहले ही कांग्रेस पार्टी ने भाजपा और नरेंद्र मोदी को घेरना शुरू कर दिया है। गुरुवार को पार्टी नेता जयराम रमेश ने अपने एक दांव से नरेंद्र मोदी, टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार, इन तीनों को उलझाने की कोशिश की है। साथ ही, जयराम रमेश ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘बनने जा रहे एक तिहाई प्रधानमंत्री से हमारे चार सवाल हैं।
जयराम रमेश ने जो सवाल पूछे हैं, वे आंध्र प्रदेश और बिहार से संबंधित हैं। तेलुगू देशम पार्टी ‘टीडीपी’ के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू अगले सप्ताह आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। दूसरी तरफ, बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव में जो नतीजे सामने आए हैं, उनमें सत्ता की चाबी, इन दोनों नेताओं के हाथ में है। लोकसभा चुनाव में जदयू को 12 तो टीडीपी को 16 सीटों पर विजय मिली है। इन दोनों दलों की सीटों की बदौलत ही एनडीए, सत्ता की दहलीज तक पहुंच सका है। जयराम रमेश ने अपने एक ट्वीट में लिखा, बनने जा रहे एक तिहाई प्रधानमंत्री से हमारे चार सवाल। 30 अप्रैल 2014 को पवित्र नगरी तिरुपति में आपने आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने का वादा किया था। क्या वह वादा अब पूरा होगा?
अपने दूसरे सवाल में जयराम ने पूछा, क्या आप विशाखापट्टनम स्टील प्लांट के निजीकरण को अब रोकेंगे। तीसरा सवाल, क्या आप बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देकर अपने 2014 के चुनावी वादे और अपने सहयोगी नीतीश कुमार की दस साल पुरानी मांग को पूरा करेंगे। चौथा सवाल, क्या आप बिहार के जैसा ही पूरे देश में जाति जनगणना करवाने का वादा करते हैं।
इस तरह से जयराम ने अपने चार सवालों के जरिए मोदी, नायडू और नीतीश को घेर लिया है। बुधवार को इंडिया गठबंधन की बैठक खत्म होने के कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था, इंडिया गठबंधन सही समय का इंतजार करेगा। हम एकजुट होकर पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़े हैं। हम मोदी जनमत को नकारने की कोशिश करेंगे।
बतौर खरगे, ये मोदी की नैतिक और राजनीतिक हार है। हम मोदी के खिलाफ लड़ते रहेंगे। यह जनादेश भाजपा की नीतियों के खिलाफ है। जनता के जनादेश ने भाजपा, उसकी नफरत और भ्रष्टाचार की राजनीति को करारा जवाब दिया है। इंडिया गठबंधन, मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा के फासीवादी शासन के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगा। खरगे ने कहा, इस गठबंधन में उन सभी दलों का स्वागत है, जो संविधान की प्रस्तावना में अटूट आस्था रखते हैं। इसके आर्थिक, सामाजिक तथा राजनीतिक न्याय के उद्देश्यों को लेकर प्रतिबद्ध हैं।