18वीं लोकसभा के पहले सत्र के दूसरे सप्ताह की जोरदार शुरुआत हुई। विपक्षी सांसदों ने नीट अनियमितताओं जैसे प्रमुख मुद्दों पर एनडीए सरकार पर हमला बोला।
दो दिन के अवकाश के बाद आज फिर से लोकसभा और राज्यसभा का सत्र शुरू हुआ। केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग, नीट और अग्निपथ जैसे मुद्दों को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा। इस दौरान दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि संविधान पर संगठित हमले हो रहे हैं।
आपको बता दें कि राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में 21-21 घंटे की चर्चा होगी, इसके लिए भाजपा को आठ घंटे तक की समय सीमा दी गई है।
उन्होंने आगे कहा, सरकार के आदेश पर मुझे निशाना बनाया गया। मेरे खिलाफ झूठे केस दर्ज किए गए। मुझसे ईडी ने पूछताछ की। इससे अधिकारी तक हैरान थे। इतना ही नहीं इंडिया के नेताओं को जेल में रखा गया।’
आइडिया ऑफ इंडिया को बचा रहे
राहुल ने आगे कहा पूरा विपक्ष आइडिया ऑफ इंडिया को बचा रहा है। हमने देश के संविधान की रक्षा की है।
इस बीच राहुल गांधी ने भगवान शिव का एक फोटो दिखाया, जिस पर सदन में हंगामा होने लगा। इस पर स्पीकर ओम बिरला ने फोटो दिखाने से मना कर दिया। नेता प्रतिपक्ष गांधी ने कहा कि शिव के बाएं हाथ में त्रिशूल का मतलब अहिंसा है। हम बिना हिंसा सच की रक्षा करते हैं।
उन्होंने कहा कि गुरु नानक कहते हैं कि डरो मत डराओ मत। वह कई देशों की यात्रा पर गए। उन्होंने कभी हिंसा नहीं की। वैसे ही आप ईसा मसीह को देखिए उन्होंने भी यही कहा कि डरो मत डराओ मत। अंत में महावीर ने भी यही कहा है। सारे धर्म कहते हैं कि डरो मत डराओ मत।
हिंदू पर दिया बयान
राहुल ने आगे कहा, खुद को हिंदू कहने वाले हिंसा-हिंसा कहते हैं। इस पर सदन में हंगामा होने लगा। तो गांधी ने आगे कहा कि यह इसलिए शोर कर रहे है क्योंकि तीर सही जगह पर लगा है।
इस पर स्पीकर बिरला ने कहा कि आप ऐसी बातें नहीं कर सकते हैं। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये विषय बहुत गंभीर है। पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना सही नहीं है।
राहुल ने कहा कि हमने भाजपा को बोला है। भाजपा पूरा हिंदू समुदाय नहीं है। यहां सब हिंदू हैं। हंगामे के बीच उन्होंने आगे कहा, हिंदू हिंसा और नफरत नहीं फैला सकता। भाजपा 24 घंटे नफरत हिंसा, नफरत हिंसा फैलाता रहता है। इन्होंने कहां-कहां तक हिंसा फैला दी है।
इस पर अमित शाह ने कहा कि क्या इन पर कुछ नियम लागू नहीं होते हैं।
राहुल ने एक बार फिर माइक पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि यह माइक किसके हाथों में है। स्पीकर ने कहा कि आप बार-बार यह सवाल उठाते हैं।
कांग्रेस सांसद ने आगे कहा, ‘मैंने अयोध्या शब्द बोला और माइक बंद हो गया।’ उन्होंने आगे कहा कि अयोध्या के लोगों ने भाजपा को जवाब दिया है। आजतक वहां के पीड़ितों को मुआवजा नहीं मिला है। वहां की जनता के दिल में मोदी का भय है। उनकी जमीन ले ली और घर तोड़ दिए और यहां तक कि उन्हें मंदिर के बाहर तक नहीं जाने दिया।