Jharkhand Politics/जुगसलाई : विधायक मंगल कालिंदी ने झारखंड के निर्माण और मौजूदा राजनीतिक हालात पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि झारखंड आंदोलन में कई वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी, लेकिन जिन उद्देश्यों को लेकर यह राज्य बना था, वे अब भी अधूरे हैं।
मंगल कालिंदी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने राज्य को विकास की ओर ले जाने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें एक साजिश के तहत जेल भेज दिया गया। उन्होंने कहा, “इसके बावजूद हेमंत सोरेन ने हिम्मत नहीं हारी। जेल में रहते हुए भी उन्होंने जनता का भरोसा बनाए रखा। राज्य की जनता को विश्वास था कि वे टूटेंगे नहीं, बल्कि और मजबूत होकर लौटेंगे।”
रघुवर सरकार पर तीखा हमला
मंगल कालिंदी ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में किसानों और शिक्षकों पर लाठीचार्ज हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि कई शिक्षकों पर गोलियां तक चलीं, लेकिन बीजेपी के विधायक मूकदर्शक बने रहे। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि “भगवान लक्ष्मण को बचाने के लिए संजीवनी की जरूरत थी, लेकिन जब कुछ समझ नहीं आया, तो पूरा पहाड़ उठा लिया।”
पूर्णिमा साहू पर तंज
मंगल कालिंदी ने विपक्ष की विधायक पूर्णिमा साहू पर भी तंज कसते हुए कहा कि “विधानसभा में पहाड़ लाकर अपने ससुर की तारीफ कर रही थीं।” उन्होंने कहा कि विपक्ष केवल दिखावे की राजनीति कर रहा है और जनता के असली मुद्दों से दूर है।
शिक्षा व्यवस्था पर सवाल
उन्होंने रघुवर सरकार पर आरोप लगाया कि उनके कार्यकाल में झारखंड में 8,000 से अधिक स्कूलों को बंद कर दिया गया, जिससे शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई। मंगल कालिंदी ने दावा किया कि हेमंत सोरेन की सरकार राज्य में एक नई मिसाल कायम कर रही है और जनता के हितों के लिए संघर्ष कर रही है।