Jamshedpur: राजनीतिक गलियारों में चर्चा का है कि झारखंड की राजनीति में चाणक्य कहे जाने वाले जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय विधायक सरयू राय जदयू में शामिल हो सकते है. आज दिल्ली में जदयू की हो रही कार्यसमिति की बैठक में झारखंड और बिहार में विधानसभा चुनावों पर चर्चा हुई है.
सूत्रों की मानें तो झारखंड में तीसरे मोर्चे की वकालत कर रहे सरयू राय जदयू में अपनी पार्टी भाजमो का विलय कर सकते हैं. इन परिस्थितियों में अगर भाजपा और जदयू झारखंड में गठबंधन न करें तभी तीसरे मोर्चे की उम्मीद की जा सकती है. ऐसा भी हो सकता है कि कुछ विधायक सरयू के नेतृत्व में तीसरे मोर्चे से जुड़ने को तैयार हो जाएं.
दूसरी तरफ ऐसी भी संभावनाएं हैं कि जदयू और भाजपा गठबंधन कर सभी सीटों पर चुनाव लडें. इसका एक कारण झारखंड में कुर्मी वोटरों को रिझाने के उद्देश्य से भी देखा जा सकता है, क्योंकि नीतिश कुमार राष्ट्रीय स्तर पर कुर्मियों के बड़े नेता कहलाते हैं. जेबीकेएसएस के बढ़ते जनाधार से आजसू को नुकसान हो रहा है, तो यह नया प्रयोग भी सफल हो सकता है कि आजसू और जदयू का भाजपा के साथ गठबंधन कर नया समीकरण तैयार हो जाए.
वहीं सूत्रों की मानें तो जमशेदपुर पश्चिम सीट पर भाजपा और जदयू सरयू राय को संयुक्त उम्मीदवार भी घोषित कर सकती है, ताकि पूर्वी जमशेदपुर सीट में भाजपा का रास्ता क्लियर हो सके.
झारखंड की राजनीति में कुछ भी संभव है क्योंकि भाजपा और कांग्रेस फिलहाल अंतर्कलह से जूझ रहे हैं, जबकि झामुमो में फिलहाल सब कुछ ठीक ही है.