चुनाव आयोग ने झारखंड में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है। झारखंड में विधानसभा चुनाव दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को होंगे। ऐसे में अब सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी तैयारियां तेज कर है। सभी पार्टी इस बार भी अधिकतर पुराने चेहरे उतारने की तैयारी में है। तो चलिए आज आपको बताते हैं उन 22 दिग्गजों के नाम बताने जा रहे हैं जो इस बार मैदान में उतर सकते हैं।
पहला चरण
कोडरमा : नीरा यादव रघुवर सरकार में शिक्षा मंत्री रहीं। निर्वतमान विधायक हैं। लगातार दो बार चुनाव जीतने का श्रेय प्राप्त है।
जमशेदपुर पश्चिमी : सरयू राय, रघुवर सरकार में मंत्री रहे। पिछले विधानसभा चुनाव में रघुवर दास के विरुद्ध जमशेदपुर पूर्वी से चुनाव जीता। इस बार जदयू के टिकट पर जमशेदपुर पश्चिमी से चुनाव लड़ सकते हैं।
सरायकेला : चंपई सोरेन झामुमो के दिग्गज नेताओं में रहे चंपई सोरेन पिछली कई सरकारों में मंत्री रहे। हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद इन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया। मुख्यमंत्री पद वापस लिए जाने के बाद झामुमो छोड़कर भाजपा में सम्मिलित हुए।
जगन्नाथपुर : गीता कोड़ा पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा लोकसभा सदस्य रह चुकी हैं। इस बार इन्होंने भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन जीत हासिल नहीं हुई। अब ये विधायक के लिए अपना भाग्य आजमाएंगी।
चाईबासा : दीपक बिरूआ चाईबासा से कई बार विधानसभा चुनाव जीत चुके दीपक बिरूआ वर्तमान में कल्याण मंत्री हैं। झामुमो से इस बार भी इनका टिकट पक्का है।
खूंटी : नीलकंठ सिंह मुंडा भाजपा की लगभग सभी सरकारों में मंत्री रहे। रघुवर सरकार में भी ये ग्रामीण विकास मंत्री रहे। इस बार भी इनका चुनाव लड़ना लगभग तय है।
हुसैनाबाद : कमलेश कुमार सिंह मधु कोड़ा सरकार में मंत्री रहे कमलेश कुमार सिंह ने पिछला विधानसभा चुनाव एनसीपी के टिकट पर जीता था। इन्होंने हाल ही में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है।
गढवा : मिथिलेश ठाकुर पहली बार विधायक निर्वाचित होने के साथ ही हेमंत सरकार में मंत्री बने। हाल ही में इनका कद भी बढ़ा, जब इन्हें एक अतिरिक्त विभाग पर्यटन, कला संस्कृति एवं खेलकूद विभाग मिला।
भवनाथपुर : भानु प्रताप शाही ये भी मधु कोड़ा सरकार में मंत्री रहे। पिछला विधानसभा चुनाव भाजपा के टिकट पर जीता। इस बार भी इनका टिकट लगभग पक्का है।
दूसरा चरण
बरहेट : हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पिछला विधानसभा चुनाव दो सीटों बरहेट और दुमका से लड़ा था। दोनों सीटों पर उनकी जीत हुई थी। इस बार इनका सिर्फ बरहेट से चुनाव लड़ने की संभावना है।
जामताड़ा : इरफान अंसारी इरफान अंसारी लगातार दो बार जामताड़ा से विधानसभा चुनाव जीते हैं। हाल ही में इन्हें मंत्री पद भी दिया गया। ग्रामीण विकास विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी मिली।
दुमका : बसंत सोरेन हेमंत सोरेन द्वारा सीट छोड़ने के बाद दुमका में हुए उपचुनाव में जीत मिली। चम्पाई सोरेन सरकार में मंत्री पद मिला। हालांकि हेमंत सोरेन के जेल से लौटने के बाद बनी सरकार में इन्हें मंत्री पद नहीं मिल सका।
सारठ : रणधीर कुमार सिंह रघुवर सरकार में कृषि मंत्री रहे रणधीर सिंह लगातार दो बार विधानसभा चुनाव इसी सीट से जीते हैं। वर्ष 2014 का चुनाव इन्होंने झाविमो के टिकट पर तथा 2019 का चुनाव भाजपा के टिकट पर जीता था।
नाला : रबींद्र नाथ महतो विधानसभाध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो का भी नाला से चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। झामुमो के दिग्गज नेताओं में ये भी सम्मिलित हैं।
पोड़ेयाहाट : प्रदीप यादव प्रदीप यादव इस सीट से लगातार कई बार चुनाव जीत चुके हैं। ये मंत्री भी रह चुके हैं। वर्ष 2019 का चुनाव इन्होंने झाविमो के टिकट पर जीता था। इस बार ये कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।
धनवार : बाबूलाल मरांडी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी पर सभी की नजरें टिकी होंगी। इन्होंने पिछला विधानसभा चुनाव झाविमो के टिकट पर लड़ा था। बाद में इन्होंने झाविमो का विलय भाजपा में कर लिया था।
बगोदर : विनोद कुमार सिंह विनोद कुमार सिंह बगोदर से कई बार चुनाव जीत चुके हैं। आइएनडीआइए गठबंधन के तहत यह सीट माले को मिलनी तय मानी जा रही है।
गांडेय : कल्पना सोरेन पति हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद राजनीति में सक्रिय हुई कल्पना सोरेन ने गांडेय उपचुनाव जीता। इस बार भी इनका गांडेय से चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है।
चंदनक्यारी : अमर बाउरी नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी का इस सीट से चुनाव लड़ना तय है। एनडीए गठबंधन के तहत यह सीट आजसू को न देकर भाजपा अपने पास रखेगी।
सिल्ली : सुदेश महतो पूर्व उप मुख्यमंत्री तथा आजसू प्रमुख सुदेश महतो कई बार इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं। इस बार भी इनपर सभी की निगाटें टिकी होंगी।
डुमरी : बेबी देवी पति जगरनाथ महतो के निधन के बाद रिक्त हुई डुमरी सीट पर उपचुनाव जीता। वर्तमान में महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री हैं।
बोकारो : विरंची नारायण भाजपा के टिकट पर बोकारो से लगातार दो बार चुनाव जीत चुके हैं। पार्टी इस बार भी इनपर विश्वास जताते हुए टिकट दे सकती है।