Jamshedpur: बर्मामाइंस, जमशेदपुर में शुक्रवार को लाल बाबा फाउंड्री से अतिक्रमण हटाने के अभियान के टल जाने के बाद, प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे सौरभ विष्णु ने स्थानीय निवासियों और व्यापारियों से मुलाकात की और उन्हें आश्वस्त किया कि वे इस संघर्ष में उनके साथ हैं। सौरभ विष्णु ने कहा, “मैं हर प्रकार से प्रभावित लोगों के साथ खड़ा हूँ और किसी भी परिस्थिति में उनका घर उजड़ने नहीं दूँगा। प्रशासन की कार्यवाही के चलते जनता भय में जी रही है, लेकिन हम इसे न्यायालय के समक्ष मजबूती से चुनौती देंगे।”
सौरभ विष्णु ने कहा कि टाटा स्टील द्वारा लीज की आड़ में किए जा रहे इस अभियान की सच्चाई को उजागर किया जाना जरूरी है। उन्होंने इसे फर्जी लीज बताते हुए कहा, “टाटा स्टील का लीज फ़र्ज़ी है और उनसे इस ज़मीन से 10 लाख करोड़ राजस्व में कमाए हैं का मामला फिलहाल उच्च न्यायालय में लंबित है, और सर्वोच्च न्यायालय में भी इस मामले पर सुनवाई चल रही है। जब तक न्यायालय से अंतिम निर्णय नहीं आ जाता, तब तक किसी भी प्रकार की अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही नहीं होनी चाहिए। मतलब पहले क़ानूनी तौर पे 16725 एकड जमीं किसकी है उसका फ़ैसला होगा फिर लालबाबा के 70 एकड लीज एग्रीमेंट का फ़ैसला हो सकता है।”
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि प्रशासन को आम जनता के हितों की रक्षा करनी चाहिए और उन्हें कानूनी प्रक्रिया पूरी करने का मौका देना चाहिए। “स्थानीय लोगों को कोर्ट में अपनी बात रखने का अधिकार मिलना चाहिए और हाईकोर्ट जाने के लिए समय दिया जाना चाहिए,” सौरभ विष्णु ने कहा।
सौरभ विष्णु ने इस अभियान को असफल बताते हुए कहा कि प्रशासन ने लोगों की ताकत और विरोध को कम आंका, जिसके कारण उन्हें बैकफुट पर आना पड़ा। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब पुलिस बल पर्याप्त नहीं था, तो क्यों अतिक्रमण हटाने की योजना बनाई गई।
उन्होंने स्थानीय लोगों को विश्वास दिलाया कि वे हर संभव कानूनी और प्रशासनिक सहायता प्राप्त करेंगे, और जरूरत पड़ने पर इस मुद्दे को बड़े स्तर पर उठाया जाएगा।