Jamshedpur Colleges: जमशेदपुर के कई कॉलेजों ने अपनी छतों पर सोलर पैनल लगाकर नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण पहल की है। को-ऑपरेटिव, वर्कर्स, एबीएम और एलबीएसएम कॉलेज ने 50 किलोवाट तक की क्षमता वाले सौर संयंत्र लगाए हैं, जिससे वे रोज सैकड़ों यूनिट बिजली का उत्पादन कर रहे हैं।
बिजली बिल में बचत
इन कॉलेजों में बिजली बिल में 40 से 60 प्रतिशत तक की कमी आई है। पहले मासिक बिजली बिल 20,000 से 3 लाख रुपये तक आता था, जो अब घटकर 10,000 से 1.5 लाख रुपये रह गया है।
सरकारी सब्सिडी की भूमिका
यह परियोजना झारखंड सरकार की सौर ऊर्जा नीति और केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत संचालित हो रही है। सरकार द्वारा दी जा रही 100 प्रतिशत सब्सिडी से कॉलेजों के लिए सोलर पैनल लगाना आसान हो गया है।
आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम
सौर ऊर्जा की इस पहल ने जमशेदपुर के कॉलेजों को आत्मनिर्भर बनाया है। एलबीएसएम कॉलेज 100 प्रतिशत ग्रीन एनर्जी यूज करने वाला राज्य का पहला कॉलेज बनने जा रहा है। यहां 215 केवी के सोलर पैनल लगाए गए हैं, जिससे कॉलेज की कुल बिजली खपत का 60 प्रतिशत पूरा किया जा रहा है।
बिजली बचत के आंकड़े
- को-ऑपरेटिव कॉलेज: पहले 315000 रुपये, अब 150000 रुपये
- एबीएम कॉलेज: पहले 22000 रुपये, अब 12000 रुपये
- वर्कर्स कॉलेज: पहले 15000 रुपये, अब 2500 रुपये
- एलबीएसएम कॉलेज: पहले 3500 रुपये, अब 15000 रुपये (यहां बिजली उत्पादन बढ़ने से बिल में बदलाव होगा)
इन कॉलेजों की पहल से न केवल पर्यावरण संरक्षण में मदद मिल रही है, बल्कि बिजली बिल में भी बचत हो रही है। साथ ही, यह शहर को हरित भविष्य की ओर बढ़ाने में भी योगदान दे रहा है।