Illegalliquor/जमशेदपुर: सहायक आयुक्त उत्पाद के निर्देश पर उत्पाद विभाग की टीम ने पोटका थाना क्षेत्र के लोवाडीह गांव में अवैध शराब निर्माण के विरुद्ध छापेमारी अभियान चलाया। यह कार्रवाई ग्रामीण और जंगली इलाकों में चल रहे अवैध शराब निर्माण को रोकने के उद्देश्य से की गई। अधिकारियों को गुप्त सूचना मिली थी कि नदी किनारे बड़े पैमाने पर अवैध महुआ शराब का निर्माण किया जा रहा है, जिसके बाद विभाग ने सख्त कदम उठाते हुए यह कार्रवाई की।

छह भट्टियाँ नष्ट, भारी मात्रा में अवैध शराब जब्त
छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने अवैध रूप से संचालित छह शराब भट्टियों को ध्वस्त कर दिया। इन भट्टियों से 210 लीटर अवैध चुलाई शराब बरामद की गई, जिसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। इसके अलावा, शराब निर्माण में इस्तेमाल किए जाने वाले 16,000 किलोग्राम जावा महुआ को भी जब्त किया गया। जावा महुआ का उपयोग अवैध शराब बनाने में किया जाता है और इसकी इतनी बड़ी मात्रा में बरामदगी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां बड़े पैमाने पर शराब उत्पादन किया जा रहा था।

अभियुक्तों पर मामला दर्ज, आगे होगी कड़ी कार्रवाई
अवैध शराब निर्माण में संलिप्त सभी अभियुक्तों की पहचान कर उनके खिलाफ उत्पाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। हालांकि, छापेमारी के दौरान कई आरोपी फरार हो गए, जिनकी तलाश की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के अवैध शराब निर्माण अड्डों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी रहेगी।

ग्रामीण इलाकों में बढ़ रहा है अवैध शराब का कारोबार
इस तरह की अवैध शराब भट्टियाँ अक्सर नदी किनारे या जंगलों में चलाई जाती हैं, ताकि प्रशासन की नजरों से बचा जा सके। अवैध शराब निर्माण न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि इससे स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है। प्रशासन का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे इस तरह के अवैध कारोबार पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए लगातार निगरानी की जाएगी और जरूरत पड़ने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

स्थानीय प्रशासन ने की जनता से अपील
प्रशासन ने आम जनता से भी अपील की है कि अगर उन्हें अपने इलाके में इस तरह की कोई अवैध गतिविधि नजर आती है तो वे तुरंत इसकी सूचना पुलिस या उत्पाद विभाग को दें। इससे न केवल अवैध शराब के कारोबार पर लगाम लगेगी, बल्कि समाज में फैल रही इस कुप्रथा को भी रोका जा सकेगा।