Freedom fighter anniversary: जमशेदपुर। स्वतंत्रता संग्राम के वीर सपूत और सबसे कम उम्र के बलिदानी खुदीराम बोस की पुण्यतिथि के अवसर पर नमन परिवार की ओर से साकची कालीमाटी रोड स्थित कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। कार्यक्रम का नेतृत्व नमन परिवार के संस्थापक अमरप्रीत सिंह काले ने किया, जिसमें महिलाओं, युवाओं और शहर के गणमान्य नागरिकों ने गरिमामय उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम की शुरुआत में उपस्थित सभी ने खुदीराम बोस के चित्र पर पुष्प अर्पित किए, जिसके बाद “खुदीराम बोस अमर रहें” और “भारत माता की जय” के नारों से वातावरण गूंज उठा।
अमरप्रीत सिंह काले का संबोधन
अमरप्रीत सिंह काले ने कहा कि खुदीराम बोस ने देश की स्वतंत्रता के लिए फांसी के फंदे को मुस्कुराकर स्वीकार किया और उनका बलिदान यह सिखाता है कि राष्ट्रहित से बड़ा कोई धर्म, कर्तव्य या लक्ष्य नहीं है। उन्होंने अपील की कि नई पीढ़ी को इस गाथा से प्रेरणा लेकर देश की अखंडता और एकता को बनाए रखने का संकल्प लेना चाहिए।
अतिथियों के विचार
मुख्य अतिथि स्वामी सोमेश्वरानंद ने खुदीराम बोस के साहस और देशभक्ति को अद्वितीय बताते हुए कहा कि उनके आदर्शों को अपनाकर राष्ट्र के विकास में योगदान देना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
विशिष्ट अतिथि अमिताभ चटर्जी ने कहा कि इतिहास के पन्नों में खुदीराम बोस का नाम सदैव अमर रहेगा और युवाओं को उनके बलिदान से प्रेरणा लेकर देश सेवा में आगे आना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि खुदीराम बोस का संघर्ष हर भारतीय के लिए प्रेरणास्रोत है और हमें उनकी विरासत को संभालते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए।
अन्य वक्ताओं और प्रतिभागियों की मौजूदगी
कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार बृजभूषण सिंह, पूर्व सैनिक परिवार के वरुण कुमार, सरदार बलविंदर सिंह, पूर्व महिला मोर्चा अध्यक्ष नीरू सिंह, उत्तर प्रदेश संघ के रामकेवल मिश्रा, धनुर्धर त्रिपाठी समेत कई लोगों ने विचार रखे। धन्यवाद ज्ञापन जूगुन पांडे ने किया।
इस मौके पर नमन परिवार के जसवंत सिंह भोमा, जयंती रमन, संदीप कुमार सिंह, कैशव तिवारी, मुन्ना सिंह, गोपीकांत, कैलाश झा, किरण सिंह, पुतुल सिंह, रितिका श्रीवास्तव, सिमी कश्यप, आरती मुखी, कंचन देवी, ममता साहा, महालक्ष्मी देवी, माया देवी, सीमा शर्मा, पिंकी यादव, सुनीता देवी, सीता देवी, पिंकी प्रसाद, सुमन त्रिपाठी, सीमा गोस्वामी सहित सैकड़ों सदस्यों ने भाग लिया और देशभक्ति की भावना को और प्रबल करने का प्रण लिया।