हाल ही में बिष्टुपुर मारुति सुजुकी शोरूम पर हुई फायरिंग का मुख्य आरोपी बारीडीह निवासी प्रभात कुमार सिंह शहर में सीरियल क्राइम को अंजाम देने के लिए साजिश रच रहा था. उसने कुछ लोगों का एक गिरोह तैयार किया था. वह शहर के माफिया डॉन अखिलेश सिंह की तरह डॉन बनना चाहता था और उसके जैसा ही अपना गिरोह और साम्राज्य तैयार करना चाहता था. लेकिन ऐम वक्त पर पुलिस ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया. पुलिस अब इस गिरोह के सभी लिंक को तलाश रही है. प्रभात सिंह से जुड़े जितने भी लोग हैं उन पर कार्रवाई की जाएगी.
प्रभात सिंह ने शहर में कई बड़े व्यापारियों से रंगदारी मांगने और नहीं देने पर उनके घर में फायरिंग करने के फिराक में था. उसने व्यापारियों के बीच आतंक फैलाने की साजिश रची थी. इसके लिए उन लोगों ने पहले बिष्टुपुर स्थित मारुति सुजुकी शोरूम पर फायरिंग की उसके बाद उसने फायरिंग का हवाला देते हुए 6 कारोबारियों से रंगदारी मांगी थी. प्रभात सिंह बारीडीह के पुराने अपराधी बालमुकुंद सिंह का बेटा है. बारीडीह इलाके के अधिकांश व्यापारियों से रंगदारी मांगी गई थी. पुलिस को मिले मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस गिरोह तक पहुंची उसके साथी वीर सिंह को भी उड़ीसा से पकड़ा गया है. जो बिहार के बांका का निवासी है साथी आलोक शर्मा को बिहार से गिरफ्तार किया गया है. वीर सिंह को ही हथियार जुगड़ करने की जिम्मेदारी थी. प्रभात सिंह गिरोह ने नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स के शोरूम के मैनेजर को भी फोन कर 25 लाख की रंगदारी मांगी थी रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी थी.