Dhanbad Loan Crisis: धनबाद जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां लोन की किश्त नहीं चुका पाने के कारण मानसिक दबाव में एक महिला ने अपनी किडनी बेचने का प्रयास किया। यह घटना केंदुआडीह थाना क्षेत्र की रहने वाली 28 वर्षीय पूजा देवी की है, जो अपने बेटे के साथ शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पहुंचीं थीं, जहां उन्होंने डॉक्टरों के सामने अपनी किडनी बेचने की बात कही।
दुकान के लिए लिया था लोन‚ कारोबार में नुकसान से बढ़ी मुसीबत
पूजा देवी ने बताया कि उन्होंने एक छोटी सी दुकान खोलने के लिए निजी बैंक से चार अलग-अलग लोन लिए थे। दुकान ठीक से नहीं चलने के कारण वह किस्तें नहीं चुका पा रही थीं। आर्थिक तंगी के बीच बैंक कर्मियों का दबाव दिन-प्रतिदिन बढ़ता गया। महिला के अनुसार, बैंक कर्मी रात में घर आकर गलत व्यवहार करते थे, जिससे पूरा परिवार डरा-सहमा हुआ था।
डॉक्टरों ने समझा कर लौटाया‚ भावुक होकर रो पड़ी महिला
किडनी बेचने की बात सुनकर अस्पताल के डॉक्टर सकते में आ गए। उन्होंने पूजा देवी को काफी समझाया और परामर्श देकर घर भेजा। डॉक्टरों के इस संवेदनशील रवैये के कारण एक बड़ी अनहोनी टल गई।
विधायक ने बैंक से की बात‚ डालसा ने लिया संज्ञान
घटना की जानकारी मिलने के बाद भाजपा विधायक राज सिन्हा ने मामले में हस्तक्षेप किया। उन्होंने संबंधित बैंक अधिकारियों से बात कर महिला को लोन चुकाने के लिए अतिरिक्त समय देने की मांग की और बैंक कर्मियों के व्यवहार पर भी आपत्ति जताई।
वहीं, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा) ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। डालसा ने पूजा देवी को बुलाकर पूरे मामले की जानकारी ली और संबंधित बैंक कर्मियों से भी पूछताछ की जाएगी। डालसा ने भरोसा दिलाया है कि पीड़िता को न्याय मिलेगा और दोषियों पर उचित कार्रवाई होगी।
सवालों के घेरे में बैंकिंग प्रणाली‚ महिला सुरक्षा पर चिंता
यह घटना न सिर्फ आर्थिक दबाव का उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि महिलाओं की सुरक्षा किस हद तक संकट में है जब बैंक कर्मचारी तक निजी सीमाएं लांघ जाते हैं। सवाल यह भी है कि क्या किसी भी हालात में बैंकिंग वसूली इस हद तक जा सकती है कि कोई किडनी बेचने तक मजबूर हो?