Chain snatching: जमशेदपुर शहर में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। 18 मई को सिदगोड़ा थाना क्षेत्र में एक महिला से सोने की चेन झपटने की घटना हुई थी, जिसने पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना दिया।
घटना के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए चार अपराधियों — शंकर महतो, विशाल सिंह उर्फ नाडु, मोहित बर्मन और विशाल कुमार सोनी — को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी युवक पेशेवर अपराधी हैं और पहले भी चोरी व लूटपाट की घटनाओं में शामिल रह चुके हैं। उनके पास से लगभग 8.53 ग्राम गलाया गया सोना, चोरी में इस्तेमाल मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन और अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की गई हैं।
गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।यह मामला शहर में बढ़ते अपराधों की एक चिंताजनक बानगी है।
खासकर महिलाओं के खिलाफ लूटपाट की घटनाएं पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ी हैं। सड़कों पर सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस की गश्ती प्रणाली को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं। जमशेदपुर जैसे औद्योगिक और शहरी क्षेत्र में महिलाओं का दिनदहाड़े लूटा जाना कानून व्यवस्था की कमजोरी को उजागर करता है।
इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया है कि अपराधी अब लूट के बाद साक्ष्यों को नष्ट करने की पूरी तैयारी के साथ वारदात को अंजाम दे रहे हैं। बरामद किया गया सोना पहले ही गलाया जा चुका था, जिससे स्पष्ट होता है कि गिरोह को अपराध छिपाने का पूरा अनुभव था।
यह सवाल उठाता है कि क्या इस तरह के गिरोह पुलिस की निगरानी से बाहर हो चुके हैं?पुलिस प्रशासन को ऐसे मामलों में केवल त्वरित कार्रवाई नहीं बल्कि दीर्घकालिक रणनीति अपनाने की ज़रूरत है।
CCTV नेटवर्क की मजबूती, स्थानीय चौकियों की नियमित गश्ती, और नागरिकों की भागीदारी से ही ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाया जा सकता है।इस मामले की जांच जारी है और पुलिस अन्य संदिग्धों की तलाश में भी जुटी है।
यह उम्मीद की जा रही है कि गिरोह का पूरा नेटवर्क उजागर कर जल्द ही समाप्त किया जाएगा। लेकिन तब तक शहर की महिलाएं — विशेषकर कामकाजी वर्ग — स्वयं की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने पर मजबूर हैं।