Bank Ghotala: पूर्वी सिंहभूम जिले में एक बड़े बैंक घोटाले का पर्दाफाश हुआ है, जहां बैंक अधिकारियों ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कुछ खाताधारकों के साथ मिलकर जनता के पैसे से भारी धोखाधड़ी को अंजाम दिया। इस घोटाले के तहत कुछ चुनिंदा लोगों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ऋण (लोन) स्वीकृत कर दिए गए।
घटना में पुलिस की करीब 22 महीने की जांच के बाद यह स्पष्ट हो गया कि बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से यह गड़बड़ी की गई थी।
18 जुलाई 2023 को बैंक अधिकारी सत्य प्रकाश के बयान पर इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।अब इस घोटाले में कोर्ट की सुनवाई के बाद स्थिति निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। अदालत के आदेश के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी लगभग तय मानी जा रही है। इस बीच, दबाव और कानूनी शिकंजे को भांपते हुए मामले में शामिल एक बैंक मैनेजर ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया है।
प्रशासन के लिए यह केस न केवल एक कानूनी परीक्षा है, बल्कि बैंकिंग व्यवस्था की पारदर्शिता और जनविश्वास की भी कसौटी बन गया है। देखना होगा कि कानून का डंडा इस मामले में कितनी तेजी और निष्पक्षता से चलता है।