Patna Sibling Tragedy: पटना से सटे पालीगंज अनुमंडल के खिरीमोर थाना क्षेत्र के खीरीपर गांव में रक्षाबंधन की रात एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया। सोमवार रात अपने ननिहाल आए दो भाई और एक बहन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि रात में खाना खाने के बाद तीनों बच्चों को दूध पिलाया गया, जिसके बाद अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई।
बीमारी की शुरुआत और अस्पतालों की दौड़
जानकारी के अनुसार, तीनों बच्चों की तबीयत बिगड़ते ही परिजन उन्हें आनन-फानन में पालीगंज के एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए अरवल सदर अस्पताल रेफर कर दिया। इलाज के दौरान विकास कुमार (5 वर्ष) और मोहित कुमार (3 वर्ष) की मौत हो गई, जबकि तीसरी बच्ची निधि कुमारी की हालत नाजुक बनी रही।
पीएमसीएच में तीसरे मासूम की मौत
गंभीर हालत में निधि को पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) भेजा गया, जहां मंगलवार शाम इलाज के दौरान उसने भी दम तोड़ दिया। तीनों मृतक आपस में सगे भाई-बहन थे और खीरीपर गांव निवासी कमलेश ठाकुर के ननिहाल आए हुए थे।
दूध पर शक, जांच शुरू
परिवार के सदस्यों के अनुसार, दूध पालीगंज अनुमंडल के खीरीपर गांव के ही रामबाबू महतो के घर से लाया गया था। दूध पीने के बाद ही बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने फूड सेफ्टी विभाग की टीम को जांच के लिए बुलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। दूध के नमूने जांच के लिए भेजे जाएंगे, ताकि मौत के कारण की पुष्टि हो सके।
परिवार की पृष्ठभूमि और शादी की तैयारी में हादसा
मृत बच्चों के पिता मोहन ठाकुर, जो अरवल जिले के मसदपुर गांव निवासी हैं, सूरत में निजी नौकरी करते हैं। हादसे के समय उनके ससुराल में साला रितेश ठाकुर की शादी की तैयारी चल रही थी। इस अवसर पर उनकी पत्नी मीरा कुमारी अपने तीनों बच्चों के साथ ननिहाल आई हुई थीं। रक्षाबंधन के दिन का यह जश्न कुछ ही घंटों में मातम में बदल गया।