Jharkhand Monsoon Session: झारखंड विधानसभा का आगामी मानसून सत्र 1 से 7 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा। सत्र के पूर्व मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य सत्र को शांतिपूर्ण और सुचारू रूप से संचालित करना था।
इस बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव, विधायक जयराम महतो, लोजपा विधायक जनार्दन पासवान, आजसू पार्टी के तिवारी महतो, और विधायक अरूप चटर्जी सहित विभिन्न दलों के कई प्रमुख नेता शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने की शांति और सहयोग की अपील
बैठक के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, “जैसे इस बार झारखंड में अच्छी मानसूनी वर्षा हुई है, हमें उम्मीद है कि विधानसभा का यह मानसून सत्र भी उतना ही सकारात्मक और शांतिपूर्ण रहेगा। विपक्ष से भी सहयोग की अपेक्षा है।”
उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और राजनीति से जुड़े मुद्दों पर, जैसे कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’, सदन में बहस होनी चाहिए। साथ ही मुख्यमंत्री ने झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन (गुरुजी) की सेहत के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि “उनका इलाज डॉक्टरों की निगरानी में चल रहा है और वे पहले से बेहतर स्थिति में हैं।”
नेता प्रतिपक्ष बोले – समय कम, मुद्दे गंभीर
बाबूलाल मरांडी ने सत्र की केवल 5 दिनों की अवधि पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि इतने सीमित समय में अनेक गंभीर विषयों पर प्रभावी चर्चा करना संभव नहीं होगा। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि भाजपा विधायक दल की बैठक बुधवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित की जाएगी।
वित्त मंत्री ने दी जानकारी – किसान सत्र बनेगा फोकस
वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने बताया कि सरकार हर विषय पर चर्चा और उत्तर देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से यह सुझाव आया है कि इस बार के सत्र को ‘किसान सत्र’ का नाम दिया जाए। इसके तहत खेती, फसलों का नुकसान, सड़क क्षति और मकान ढहने जैसी ग्रामीण समस्याओं पर केंद्रित चर्चा की जाएगी।
इस दिशा में पहल करते हुए 6 अगस्त को विशेष चर्चा दिवस के रूप में निर्धारित किया गया है, ताकि कृषि और ग्रामीण विकास से जुड़े विषयों पर व्यापक संवाद हो सके।