Kharsawan Hit-and-Run: रविवार की रात सरायकेला-खरसावां जिले के खरसावां-आमदा मुख्य मार्ग पर बोडडा के पास एक अज्ञात वाहन की टक्कर में दो बाइक सवार युवकों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान खरसावां के आमदा निवासी देव महंती (पिता- तापस महंती) और छोटा आमदा निवासी साहिल महतो (पिता- कालीचरण महतो) के रूप में की गई है।घटना रात करीब 7 बजे की है, जब दोनों युवक बाइक से बोडडा से आमदा की ओर लौट रहे थे। इसी दौरान एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गया।
स्थानीय मदद से अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टर नदारद
हादसे के बाद स्थानीय लोगों और आमदा ओपी पुलिस की सहायता से दोनों युवकों को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, खरसावां लाया गया। अस्पताल में डॉक्टर कन्हैयालाल की शाम 4 बजे से नाइट ड्यूटी थी, लेकिन गंभीर रूप से घायल युवकों को देखने के लिए कोई चिकित्सक वहां मौजूद नहीं था।परिजनों ने बताया कि वे आधे घंटे तक डॉक्टर का इंतजार करते रहे, लेकिन जब स्थिति और बिगड़ती गई तो रात 8 बजे घायलों को टीएमएच, जमशेदपुर ले जाया गया। दुर्भाग्यवश, टीएमएच पहुंचने पर दोनों को मृत घोषित कर दिया गया।
15 मिनट बाद अस्पताल पहुंचे डॉक्टर, ग़ुस्से में लोग
जैसे ही एंबुलेंस मरीजों को लेकर निकल गई, लगभग 15 मिनट बाद डॉक्टर की गाड़ी अस्पताल पहुंची, जिससे नाराज़गी और भी बढ़ गई। स्थानीय नागरिकों और परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सवाल उठाया कि अगर समय पर प्राथमिक चिकित्सा मिल जाती तो शायद युवकों की जान बचाई जा सकती थी।
जनता में आक्रोश, परिजनों की मांग – हो सख़्त कार्रवाई
इस घटना के बाद क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है। मृतकों के घरों में मातम पसरा है, जबकि परिजनों ने डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधन के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि खरसावां अस्पताल में डॉक्टर की अनुपस्थिति आम बात बन चुकी है, और यह लापरवाही अब जानलेवा साबित हो रही है।