Jharkhand Tribal Festival: खेल और संस्कृति के रंग में रंगा पूर्वी सिंहभूमपूर्वी सिंहभूम जिले के ग्रामीण इलाकों में पारंपरिक पर्व और खेल आयोजनों की श्रृंखला में रविवार का दिन खास रहा। गुड़ाबांधा प्रखंड के बालीजुड़ी पंचायत अंतर्गत पांड्रापाथर गांव में आयोजित कपड़ा गेंद प्रतियोगिता का समापन उत्साह और सम्मान के साथ किया गया। यह प्रतियोगिता दो दिवसीय थी, जिसमें आसपास के कई गांवों की युवाओं की टीमों ने भाग लिया। आयोजन के समापन समारोह में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय प्रवक्ता और पूर्व विधायक कुनाल षाड़ंगी मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए।
खेल के माध्यम से युवा सशक्तिकरण
कुनाल षाड़ंगी ने विजेता और उपविजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार प्रदान करते हुए युवाओं के जोश और कौशल की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देकर न केवल सांस्कृतिक धरोहर को सहेजा जा सकता है, बल्कि युवाओं के भीतर नेतृत्व, अनुशासन और टीम भावना को भी विकसित किया जा सकता है। उन्होंने आयोजन समिति को इस सफल आयोजन के लिए बधाई दी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी भाग लिया, जिससे स्थानीय लोगों में उत्साह और आत्मीयता का संचार हुआ।
लोधाशोली में पारंपरिक पहाड़ पूजा का उल्लास
चाकुलिया प्रखंड के लोधाशोली पंचायत में आयोजित वार्षिक पहाड़ पूजा महोत्सव में भी ग्रामीण सांस्कृतिक गरिमा की झलक देखने को मिली। इस आयोजन में झामुमो प्रखंड अध्यक्ष शिवचरण हांसदा, पंचायत प्रतिनिधि शकीला हेम्ब्रम, मुखिया करिया हेम्ब्रम सहित कई नेता, कार्यकर्ता और सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
पूजा में पारंपरिक रीति-रिवाजों के तहत सामूहिक प्रार्थना की गई
जिसमें गांव की सुख-शांति, अच्छी फसल और समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगा गया। पर्व की शुरुआत सुबह पूजा स्थल की सफाई और परंपरागत वाद्ययंत्रों के साथ जुलूस से हुई, जिसके बाद श्रद्धालुओं ने सामूहिक भजन और प्रसाद वितरण में भाग लिया।
जनसंपर्क और सामाजिक एकजुटता का भी मंच
इन आयोजनों ने न केवल स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को सहेजने में योगदान दिया, बल्कि झामुमो नेताओं को जनसंपर्क और सामाजिक एकजुटता को मजबूत करने का भी अवसर प्रदान किया। नेताओं और आम जनता के बीच प्रत्यक्ष संवाद ने राजनीतिक समीकरणों को भी नया आयाम दिया। ग्रामीणों ने बताया कि ऐसे आयोजनों से न सिर्फ परंपरा जीवित रहती है, बल्कि समाज में मेलजोल और सहभागिता की भावना भी बढ़ती है।