Jusco’s Mosquito Initiative: मच्छर जनित बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया से जूझ रहे जमशेदपुर को जल्द ही एक नई तकनीकी पहल का फायदा मिलेगा। जुस्को (अब टीएसयूआईएसएल) द्वारा इस समस्या से निपटने के लिए एक स्मार्ट मॉस्किटो सर्विलांस सिस्टम (एसमॉस) का ट्रायल शुरू किया जा रहा है। इस प्रणाली के माध्यम से मच्छरों की निगरानी की जाएगी और उनके नियंत्रण के लिए सबसे प्रभावी तरीके अपनाए जाएंगे।
नई तकनीक से होगा मच्छरों पर सटीक नियंत्रण:
एसमॉस एक स्मार्ट तकनीक है, जिसके तहत मच्छरों की संख्या, उनकी प्रजातियाँ, तापमान, और नमी जैसे तत्वों को मापने के लिए सेंसर और ड्रोन का उपयोग किया जाएगा। इस प्रणाली में मच्छरों की उपस्थिति और उनकी आबादी के घनत्व का आंकलन किया जाएगा। अगर किसी इलाके में मच्छरों की संख्या सुरक्षित सीमा से ज्यादा हो जाती है, तो यह सिस्टम स्वतः अलर्ट भेजेगा। इसके बाद जुस्को की टीम उस क्षेत्र में दवा छिड़काव या अन्य उपाय करेगी।
प्रारंभ में 30 स्थानों पर होगा ट्रायल:
इस प्रणाली का ट्रायल पहले 30 जगहों पर किया जाएगा। शुरुआत में इन स्थानों पर सेंसर और ड्रोन की मदद से मच्छरों की निगरानी की जाएगी और उनके नियंत्रण के लिए तत्काल कदम उठाए जाएंगे। बाद में इस तकनीक का विस्तार पूरे शहर में किया जाएगा, जिससे नागरिकों को मच्छर जनित बीमारियों से राहत मिलेगी।
कम रसायन, ज्यादा प्रभाव:
एसमॉस का एक अहम लाभ यह होगा कि इसके द्वारा मच्छरों के लार्वा को खत्म करने के लिए ड्रोन के माध्यम से दवा का छिड़काव किया जाएगा। इससे कम रसायन का उपयोग करते हुए अधिक प्रभावी तरीके से बड़ी इलाकों में छिड़काव संभव होगा। साथ ही, आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) आधारित सेंसर यह सुनिश्चित करेंगे कि दवा का छिड़काव सही स्थानों पर किया जाए।