Mango Flyover Update: शहर की सबसे बड़ी समस्या—मानगो पुल और इसके आसपास की सड़कों पर लगने वाला जाम—अब हल होती दिखाई दे रही है। मानगो, जो शहर का प्रमुख एंट्री प्वाइंट है, बाहरी इलाकों से आने-जाने वाले लोगों के लिए भी जाम का मुख्य कारण बनता था। इस परेशानी से मुक्ति दिलाने के लिए यहां फ्लाई ओवर का निर्माण किया जा रहा है।
फ्लाई ओवर का निर्माण कार्य:
मानगो फ्लाई ओवर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और इसकी लागत 252 करोड़ रुपये है। अब तक इस फ्लाई ओवर के पिलरों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और इसका 50% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। पथ निर्माण विभाग (जमशेदपुर प्रमंडल) के अधीक्षण अभियंता दीपक सहाय के अनुसार, इस फ्लाई ओवर का निर्माण दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह फ्लाई ओवर मानगो की 3.50 लाख से ज्यादा आबादी को सीधे लाभ देगा और साकची से लेकर भुइयांडीह सड़क तक लगने वाले जाम से मुक्ति भी मिलेगी।
अडचनें और चुनौतियाँ:
इस महत्वाकांक्षी योजना को धरातल पर उतारने में शुरुआती चरण में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। सबसे बड़ी समस्या टाटा स्टील की भूमि की थी, जो इस परियोजना के लिए आवश्यक थी। बाद में यह भूमि उपलब्ध कराई गई। इसके अतिरिक्त, राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण फ्लाई ओवर के डिजाइन में भी बदलाव किए गए। हालांकि, अक्टूबर 2024 से निर्माण कार्य शुरू होने के बाद अब स्थिति बेहतर हो गई है।
वर्तमान स्थिति और आगामी योजनाएँ:
फ्लाई ओवर का लगभग 50% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इस समय, सुवर्णरेखा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण ठेका कंपनी नदी के बाहरी हिस्से पर काम कर रही है। विभाग का कहना है कि यदि अब कोई बड़ी अड़चन नहीं आई, तो दिसंबर 2025 तक इस फ्लाई ओवर का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।