Parsudih Police Assault: परसूडीह थाना क्षेत्र में जमीन विवाद ने एक नई मुसीबत को जन्म दिया है, जिसमें स्थानीय निवासी मोहम्मद खालिद ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
मकदमपुर गांव में रहने वाले मोहम्मद खालिद का कहना है कि पुलिस उनकी ज़मीन पर विपक्षी पार्टी को कब्जा दिलाने के लिए उन्हें और उनके परिवार को प्रताड़ित कर रही है। शनिवार को, मोहम्मद खालिद ने डीसी ऑफिस जाकर इस मामले में एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस उनके खिलाफ दमनात्मक कार्रवाई कर रही है।
क्या हुआ था?
खालिद के अनुसार, शनिवार को एक पुलिसकर्मी उनके घर आया और परिवार के सदस्य को मारपीट कर ले गया। उन्होंने यह भी बताया कि यह पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी पुलिस उनके घर आकर उन्हें और उनके परिवार के अन्य सदस्य को परेशान कर चुकी है। खालिद का आरोप है कि पारसूडीह थाना प्रभारी ने अपने दल बल के साथ उनके घर में घुसकर मारपीट की।
सीसीटीवी में कैद मारपीट
मोहम्मद खालिद ने अपनी सुरक्षा के लिए घर में सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे, और कुछ समय पहले इसी सीसीटीवी कैमरे में पुलिस द्वारा की गई मारपीट की फुटेज भी कैद हो गई। एक घटना में, उनके घर के एक बच्चे ने पुलिस की मारपीट का वीडियो अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया था, जिसे बाद में पुलिस ने ढूंढने की कोशिश की।
जमीन विवाद की जड़
मोहम्मद खालिद का कहना है कि उनके दादा ने 1940 में यह ज़मीन खरीदी थी और तब से उनके परिवार का इस पर कब्जा है। वे खेती-बाड़ी करते हैं और फलदार पौधे भी लगाए हुए हैं। हालांकि, कुछ स्थानीय लोग इस ज़मीन पर अपना दावा कर रहे हैं, जिसके कारण विवाद बढ़ गया है। इस ज़मीन के टाइटल सूट का मामला कोर्ट में चल रहा है, लेकिन इसके बावजूद पुलिस उनके विरोधियों को कब्जा दिलाने की कोशिश कर रही है।
पुलिस का पक्ष
अब तक पुलिस प्रशासन की तरफ से इस मामले में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। मोहम्मद खालिद ने दावा किया कि पुलिस उनकी परेशानियों के बावजूद उनके खिलाफ कार्रवाई करने में जुटी हुई है। उन्होंने अधिकारियों से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
क्या होगा अब?
इस पूरे मामले में मोहम्मद खालिद और उनके परिवार को अब न्याय की उम्मीद है। उन्होंने डीसी कार्यालय में ज्ञापन देकर पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है, और क्या पुलिस के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई की जाएगी।