Students Protest Minister: राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन को मंगलवार को जमशेदपुर में उस समय छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा, जब वे बिस्टुपुर स्थित माइकल जॉन सभागार में आयोजित छात्र सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे थे। समारोह के समाप्त होने के बाद जैसे ही मंत्री सभागार से बाहर निकले, दर्जनों इंटरमीडिएट के छात्रों ने उन्हें घेर लिया और एक मांगपत्र सौंपते हुए विरोध दर्ज कराया।
ये सभी छात्र वर्तमान में शहर के विभिन्न इंटर कॉलेजों में 12वीं की पढ़ाई कर रहे हैं, जो आगामी वर्ष तक पूरी होगी। छात्रों का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा लागू की गई नई शिक्षा नीति के तहत इंटर स्तर की पढ़ाई अब स्कूलों में कराए जाने का निर्देश दिया गया है। लेकिन यह नीति वर्ष 2026 तक लागू होनी है, ऐसे में वर्तमान सत्र के छात्रों को दूसरे स्कूलों या संस्थानों में स्थानांतरित करने की कोई तात्कालिक आवश्यकता नहीं है।
छात्रों ने मांग की कि उन्हें अपने वर्तमान कॉलेजों में ही इस सत्र की पढ़ाई पूरी करने दी जाए, क्योंकि सत्र के बीच में संस्थान बदलना न केवल असुविधाजनक है बल्कि इससे उनकी पढ़ाई पर भी प्रतिकूल असर पड़ेगा। छात्रों का यह भी कहना था कि बदलाव की यह प्रक्रिया अगले सत्र से लागू की जाए, ताकि वर्तमान छात्रों को किसी प्रकार की शैक्षणिक या मानसिक परेशानी का सामना न करना पड़े।
शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने छात्रों की मांगों को गंभीरता से सुनने की बात कही और आश्वासन दिया कि वे इस मामले को विभागीय स्तर पर विचारार्थ प्रस्तुत करेंगे।
यह विरोध कार्यक्रम स्थल पर भले ही शांतिपूर्वक रहा, लेकिन इसने सरकार की नई शिक्षा व्यवस्था और छात्रों के बीच उभरते असंतोष को उजागर कर दिया है।