Asanbani Van Mahotsav: (चांडिल) झारखंड सरकार के पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की ओर से 75वां वन महोत्सव सोमवार को चांडिल प्रखंड के आसनबनी गांव में उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर अधिकारियों‚ पंचायत प्रतिनिधियों‚ स्थानीय ग्रामीणों और स्कूली बच्चों ने एकजुट होकर वृक्षारोपण किया और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन मध्य विद्यालय आसनबनी के परिसर के समीप किया गया, जिसमें स्कूली छात्र-छात्राओं की सक्रिय भागीदारी देखी गई। इस कार्यक्रम में पंचायत मुखिया बिदू मुर्मू और ग्राम प्रधान प्रबोध उरांव बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इनके साथ-साथ इको विकास समिति के अध्यक्ष, स्थानीय शिक्षकगण, ग्रामीण महिला-पुरुष और वन विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
वन विभाग की अगुवाई में किया गया पौधरोपण: कार्यक्रम का नेतृत्व फॉरेस्ट अफसर सागर कुमार श्रीवास्तव, वनरक्षी हरी प्रसाद अग्रवाल, मनोहर कुमार, अचिंत कुमार राणा और देवेन सिंह जैसे विभागीय पदाधिकारियों ने किया। उन्होंने स्थानीय लोगों को पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए वृक्षों के महत्व से अवगत कराया और जागरूक किया।सभी उपस्थित लोगों ने पौधों की सुरक्षा और देखभाल की सामूहिक जिम्मेदारी उठाने का संकल्प लिया। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि वे अपने क्षेत्र को हराभरा बनाने के लिए आगे भी ऐसे अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लेंगे।
स्थानीय नेतृत्व की सहभागिता सराहनीय: मुखिया बिदू मुर्मू और ग्राम प्रधान प्रबोध उरांव ने अपने संबोधन में कहा कि “आज की पीढ़ी को प्रकृति से जोड़ने की आवश्यकता है। वृक्षारोपण केवल रस्म नहीं‚ बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए जीवन देने का प्रयास है।” उन्होंने वन विभाग की इस पहल की सराहना की और सभी ग्रामीणों से अपील की कि वे इन पौधों की रक्षा को अपना कर्तव्य समझें।
वन महोत्सव का यह आयोजन आसनबनी पंचायत में न सिर्फ पर्यावरणीय जागरूकता का प्रतीक बना‚ बल्कि सामूहिक भागीदारी का भी उदाहरण प्रस्तुत किया।